भोपाल। मात्र एक सप्ताह में लगभग एक सैकड़ा कर्मचारियों को छोटी छोटी गलतियों पर धड़ाधड़ सस्पेंड कर देने वाले प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कृष्ण और हेल्थ कमिश्नर पंकज अग्रवाल के खिलाफ कर्मचारी संघ ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सीएम को अल्टीमेटम दिया है कि या तो हिटलर अधिकारियों को हटाओ नहीं तो आंदोलन झेलने के लिए तैयार रहो।
संघ के प्रांताध्यक्ष अरुण द्विवेदी और जिलाध्यक्ष टीपी अग्निहोत्री ने बताया कि 26 मई को न्यू मार्केट स्थित कम्युनिटी हॉल में प्रांतीय पदाधिकारियों व विभागीय समितियों के अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है। इसमें एक जून से प्रस्तावित चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। द्विवेदी ने कहा कि संघ से जुड़े पदाधिकारी कर्मचारियों को परेशान करने के लिए तबादला किया गया और कई कर्मचारियों को निलंबित किया गया।
26 को सभा, सीएम को ज्ञापन सौंपेंगे : दैनिक वेतन भोगी कर्मियों के संबंध में सरकार द्वारा लिए गए निर्णय से नाराज मप्र कर्मचारी मंच 26 मई को सभा कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा। मंच के प्रांताध्यक्ष अशोक पांडे ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि सीएम ने दैवेभो को नियमित वेतनमान देने का वादा किया था, जो पूरा नहीं किया गया। 26 मई को आंबेडकर मैदान में सभा कर सीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
नियमित नहीं किया तो आंदोलन मप्र संविदा अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष रमेश राठौर ने कहा कि संविदा कर्मचारियों को भी नियमित नहीं किया गया तो जून में प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। राठौर ने कहा कि श्रम मंत्री जगन्नाथ सिंह, प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपने के बाद भी मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। अब मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा, यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन किया जाएगा।