भोपाल। अगर आप ज्यादा हवाई यात्राएं करते हैं और आमदनी कम बताकर इनकम टैक्स नहीं देते या अपनी कमाई की तुलना में कम टैक्स देते हैं तो संभल जाएं। आयकर विभाग की सीधी नजर अब आप पर है। विभाग की इंटेलीजेंस विंग ने एयरलाइंस कंपनियों से ऐसे लोगों की सूची मांगी है।
इसके अलावा विभाग ने केंद्र सरकार को सुझाव भी दिया है कि यात्री टिकट पर संबंधित व्यक्ति की फोटो और पेन (परमानेंट एकाउंट नंबर) नंबर भी दर्ज किए जाएं, ताकि हवाई सफर करने वालों की जानकारी एकत्रित की जा सके। जानकारी जुटाने के बाद डाटा बैंक तैयार किया जाएगा। इसमें इन लोगों की आमदनी का ब्यौरा भी होगा। इसी आधार पर आयकर अधिनियम के तहत नोटिस जारी कर उनसे टैक्स की वसूली की जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक आंकड़े जुटाने का मापदंड इस बात को बनाया गया है कि अगर कोई साल में पांच या छह बार हवाई यात्रा करता है तो इसका मतलब है कि उसने यात्रा पर करीब 50 हजार रुपए से अधिक खर्च किए हैं। यह वही व्यक्ति यह कर सकता है, जिसकी सालाना आय चार से पांच लाख या उससे अधिक हो।
आंकड़े एकत्रित होने के बाद देशभर में स्थित विभाग की इनवेस्टीगेशन विंग व असेसमेंट विंग को यह आंकड़े उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि, टैक्स की वसूली की जा सके। वर्तमान में देश में पांच करोड़ से कम लोग ही इनकम टैक्स देते हैं। विभाग की इस पहल को भी टैक्स कलेक्शन बढ़ाने और करदाताओं की संख्या में वृद्धि के नजरिए से देखा जा रहा है।
क्यों हो रही है यह कवायद
प्रारंभिक पड़ताल में ऐसे कई मामले सामने आए हैं कि लोग साल में कई बार हवाई यात्रा करते हैं मगर टैक्स के दायरे से बाहर हैं। ऐसे मामलों में विभाग यह जानने की कोशिश कर रहा कि हवाई यात्राओं के लिए पैसा कहां से आया? क्या ऐसे लोगों की आमदनी का अन्य स्त्रोत भी है।
फोन का बिल भी भारी पड़ेगा
अगर आपका मासिक फोन बिल हजारों में है तो टैक्स भुगतान से छूट पाने की बात अब भूलनी पड़ेगी। आयकर विभाग ऐसे लोगों पर नजर रख रहा है, जिनका सालाना फोन बिल आयकर रिटर्न के हिसाब से ज्यादा है या पिछले कुछ वर्षों में पासपोर्ट पर कई वीजा लगे हैं। आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग के पास इस तरह की हजारों सूचनाएं हैं। इसी के आधार पर टैक्स चोरों को पकड़ा जाएगा।