भोपाल। बड़े बेआबरू होकर भाजपा संसदीय बोर्ड गठन प्रक्रिया के अंतिम राउंड में बाहर निकाले गए शिवराज सिंह चौहान को अब वाइल्ड कार्ड एंट्री दिलाने की तैयारी चल रही है।
शनिवार से शुरू हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पहले दिन कई राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ। आज दूसरा दिन 'रविवार' संगठन की आंतरिक कलह पर पर केंन्द्रित रहेगा। इसमें वो तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनपर बाहर निकलकर शायद ही कोई बयानबाजी हो।
इस बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की डेमैज हो चुकी इमेज को रिकवर करने की प्लानिंग भी की जाएगी। सनद रहे कि मोदी की बराबरी करने निकले शिवराज सिंह चौहान उस समय मुंह के बल औंधे जा गिरे थे जब भाजपा हाईकमान ने संसदीय बोर्ड में शिवराज सिंह चौहान को नहीं लिया, जबकि नरेन्द्र भाई मोदी की जमकर तारीफ करते हुए ससम्मान शामिल किया गया।
हाईकमान के इस फैसले ने मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की इमेज को सबसे बड़ा डैमेज दिया और मध्यप्रदेश में मृतप्राय: हो चुके शिवराज सिंह विरोधियों को संजीवनी। अब शिवराज के मैनेजर्स डमैज कंट्रोल में लगे हुए हैं। उनकी कोशिश है कि रविवार को चल रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ही शाम तक शिवराज सिंह के हित में कोई निर्णय हो और उन्हें संसदीय बोर्ड में कोई जिम्मेदारी दी जाए।