भोपाल। बड़वानी में ग्रीन इंडिया मिशन के कार्यों का अध्ययन करने के लिए अध्ययन दल गठित किया गया है। अध्ययन दल केवल बड़वानी में हुए कार्यों की ही स्टडी करेगा। यह वही इलाका है जिसे लेकर पिछले कुछ महीने से वन विभाग में हड़कंप मचा है।
अध्ययन दल एपीसीसीएफ एएस अहलावत ने गठित किया है। माना जा रहा है कि स्टडी ग्रुप के नाम पर एक बार फिर बड़वानी डीएफओ के खिलाफ जांच की जाएगी। ग्रीन इंडिया मिशन के फंड में कमीशन की मांग के आरोप में फंसे एपीसीसीएफ अहलावत ने इस दल का गठन किया है।
इस दल में इंडियन इंस्टियूट आफ फारेस्ट मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स शामिल हैं। भले ही विभाग इसे अध्ययन का नाम दे लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह पूरी कवायद एक बार फिर डीएफओ एके बरोनिया पर शिकंजा कसने की है। अहलावत पहले भी बड़वानी में हुए कार्यों को मापदण्ड के अनुसार न होने का आरोप लगाकर खंडवा सीसीएफ सतीश सिलावट से स्पष्टीकरण मांग चुके है।
सिलावट ने अपनी रिपोर्ट में किसी भी तरह की अनियमितता न होने की बात कही थी। इसके बाद बड़वानी डीएफओ ने हाल में अहलवात और केपी सिंह पर कमीशन मांगने का आरोप लगाया था। इससे मचे बवाल के बाद मंत्री ने जांच के आदेश दे दिए थे लेकिन इस आरोप की जांच अभी तक पूरी नहीं हो पायी।
आरोप है कि जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती की जा रही है। इस पूरे मामले से बौखलाए वन मुख्यालय के अधिकारियों ने जांच के बाद अब अध्ययन कराने का निर्णय लिया है। इस दल की जरुरत क्यों पड़ी और यह दल केवल बड़वानी में हुए कार्यों की स्टडी क्यों करने जा रहा है इस पर विभाग खामोश है। इस दल के गठन पर पीसीसीएफ आरएस नेगी अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।