भोपाल। छात्राओं से खुलेआम छेड़छाड़ एवं मारपीट के मामले में बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी के प्रबंधन ने 60 हजार रुपए फीस अदा करके भले ही अपनी मर्जी की जांच समिति से मनमुताबिक जांच रिपोर्ट बनवा ली हो, परंतु इससे समस्या समाप्त नहीं हुई है। अब राज्यपाल के आदेश पर जांच दल इस मामले की जांच करने वाला है।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के खिलाफ राजभवन ने जांच शुरू करवा दी है। इसके लिए रिटायर्ड जजों की हाई पावर कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी बीयू में हुई छेड़छाड़ और बीयू कुलपति के खिलाफ आई शिकायतों की हकीकत को परखेगी और अपनी जांच रिपोर्ट राजभवन को सौंपेगी। बीयू की शिकायतें पिछले दो सालों से राजभवन पहुंच रही हैं।
इनमें नियुक्तियों की गड़बड़ियां, यूजीसी ग्रांड का उपयोग न हो पाना। पांच विभागों के खोले जाने का मामला और बीयू कुलपति की पात्रता संबंधी शिकायतें शामिल हैं। इसके अलावा 3 जनवरी को बीयू में छेड़छाड़ की घटना सामने आई थीं। इसकी भी जांच की जाएगी।
सनद रहे कि बीयू प्रबंधन ने इस मामले में अपनी पसंद की एक जांच समिति गठित कर उसे 60 हजार रुपए का अग्रिम भुगतान किया एवं अपनी मर्जी की जांच रिपोर्ट बनवाई। स्वभाविक रूप से इस जांच में प्रबंधन निर्दोष साबित हुआ था। अब देखना यह है कि राजभवन के आदेश पर शुरू हुई जांच कितनी निष्पक्ष हो पाती है।