भोपाल। नरेंद्र मोदी के फेर में भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति से रूखसत संजय जोशी यदि विधानसभा चुनावों में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विशेष भूमिका में नजर आएं तो किसी को हैरत नहीं होना चाहिए।
संजय जोशी की रविवार को भोपाल यात्रा के बाद इसकी सुगबुगाहट तेज हो चली है। जोशी भोपाल यूं तो सौर ऊर्जा से जुड़े एक कार्यक्रम में शरीक होने आए थे लेकिन अपने प्रवास के दौरान उनकी सक्रियता से सियासी हलचल तेज हो चली है। कई नेताओं के घर वे गए तो संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी उनकी मुलाकात हुई थी। संजय जोशी की मप्र और छग विस चुनावों में भूमिका को लेकर औपचारिक तौर पर अभी कोई ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों की माने तो जोशी को बेहद अहम जिम्मेदारी मिलने जा रही है।
नरेंद्र मोदी की जिद के चलते नितिन गडकरी की टीम से कार्यसमिति से इस्तीफा देने वाले जोशी को टीम न राजनाथ में ना तो राष्ट्रीय कार्यसमिति में जगह मिल सकी और ना उन्हें कोई पद ही मिल सका। लेकिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से करीबी रिश्तों के चलते संजय जोशी को पहले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के अभियान की जिम्मेदारी उमाभारती के साथ मिली थी।
अब संघ मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के साथ छत्तीसगढ़ में भी संजय जोशी की संगठन क्षमता का इस्तेमाल कर सकता है। संघ सूत्रों के मुताबिक इस फैसले के पीछे संघ के कई मंसूबे छुपे हुए हैं। संघ का मानना है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार तो अच्छे तरीके से चल रही है।
प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर भी संघ को कोई समस्या नहीं है लेकिन संभागों और जिलों में पार्टी में संगठन स्तर पर सुधार की बेहद जरूरत है। संघ का मानना है कि संजय जोशी में बेहतर संगठन क्षमता के साथ ही बड़े नेताओं के बीच तालमेल की भी अदभुत क्षमता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर से उनके संबंध मधुर हैं तो प्रदेश की कद्दावर नेत्री उमाभारती से भी उनकी केमेस्ट्री अच्छी बैठती है।
संघ का मानना है कि सोशल इंजीनियरिंग के लिहाज से भी जोशी मप्र के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं। यूपी चुनाव में दोनों के बीच तालमेल बेहतर था। जाहिर है कि संजय जोशी के जरिए भाजपा संगठन में हो रहे छेदों के पैच वर्क में जोशी की भूमिका काफी अहम हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक जोशी प्रदेश भाजपा के प्रभारी महामंत्री अनंतकुमार के सहयोगी के बतौर काम करेंगे। यही नहीं उन्हें छत्तीसगढ़ का काम भी दिया जा सकता है।