सीहोर। साले जीजा ने पहले ग्रामीण को दारु पिलाई फिर गला दबाया और गाड़ दिया जमीन में... पर पुलिस से ज्यादा देर नहीं छु़प सके पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करते हुए इन्हें हवालात में पहुंचा दिया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले दिनों दोराहा थानान्र्तगत ग्राम चौंडी में पुलिस द्वारा एक लाश बरामद की गई थी जमीन में गड़ी हुई इस लाश का एक पैर बाहर निकल रहा था जिसे देखकर ही समझ लिया गया था कि इसकी हत्या कर गाड़ा गया है।
पुलिस द्वारा की गई तहकीकात में यह बात उजागर हुई कि मृतक 25 वर्षीय जिया लाल उर्फ मुन्नालाल आत्मज लालाराम आदिवासी ग्राम भौरी बंगला का है जो गिट्टी मशीन पर मजदूरी का काम करता था जहां अन्य कई मजदूर काम कर रहे है। बताया जाता है कि अमर लाल की पत्नी के साथ मृतक जिया लाल के अवैध संबध बन गए थे जिसकी भनक अमर लाल को लगी तो उसने जिया लाल को रास्ते से हटाने की प्लानिंग बना ली और अपने साले दिनेश के साथ मिलकर इस योजना का अंजाम तक पहुंचा दिया।
बताया जाता है कि 9 अप्रैल की रात करीब बारह बजे अमर लाल और दिनेश ने मिलकर जियालाल को पहले जमकर दारु पिलाई जब दारु के नशे में जियालाल झूमने लगा तभी उन्होंने उसे गला दबा दिया जैसे ही दोनों को इस बात की पुष्टि हो गई कि जियालाल अब परलोक चला गया है तो उन्होंने उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए बैरागढ़ निवासी जयप्रकाश के खेत में जाकर गाड़ दिया वहां से मिट्टी हटने के बाद जैसे ही लाश को पैर बाहर निकला तो राज उजागर हो गया उसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दोनों द्वारा अपना जुर्म कबूल कर लिया गया इनका कहना था कि अमर लाल की पत्नी के साथ अवैध संबधों के कारण उसे ही मौत के घाट उतारा गया है जिसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है।
पुलिस ने बुधवार की दोपहर में इस कत्ल का पर्दाफाश करने की जानकारी पत्रकारों को दी। जिला पुलिस अधीक्षक केबी शर्मा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सक्सेना, एसडीओपी अवनीश बंसल, दोराहा थाना प्रभारी डीएस चौहान, आलोक सोनी, मनोहर सिंह, सुरेश प्रजापति, हेमंत विश्वकर्मा को योगदान रहा।