भोपाल। यौन शोषण के मामले में पत्रकारवार्ता के दौरान पीड़िता का नाम उजागर करने के मामले में महिला थाना पुलिस ने मंगलवार को पांच लोगों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था, लेकिन महर्षि महेश योगी इंफार्मेशन टेक्नालॉजी इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर बीएन गोस्वामी ही बयान दर्ज कराने पहुंचे।
गौरतलब है कि एक टीचर ने महर्षि महेश योगी शिक्षण संस्थान के सचिव गिरीश वर्मा पर कथिततौर पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए पुलिस से उनके खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद वर्मा का पक्ष रखने के लिए उनके संस्थान से जुड़े कुछ लोगों ने पत्रकारवार्ता में पीड़िता का नाम और उसकी पहचान भी सार्वजनिक कर दी थी।
इस मामले में महिला थाना पुलिस ने पांच लोगों को बयान लेने के लिए बुलाया था। बयान दर्ज कराने महिला थाने पहुंचे इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर बीएन गोस्वामी ने कहा कि शिक्षिका ने जो आरोप लगाए हैं, उनसे उनका कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस संस्थान में डेढ़ साल पहले ही आए हैं और वे उस महिला को जानते तक नहीं हैं। इस दौरान पति के साथ थाने आई पीड़ित महिला ने गोस्वामी के मौके पर मौजूद रहने के साक्ष्य भी पुलिस को दिए हैं।