भोपाल। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में शिवराज सिंह को भले ही कुछ ना मिला हो लेकिन उनके मंत्रीमंडल के दो मंत्रियों को जरूर अच्छी हाईट मिल गई है। कैलाश विजयर्गीय एवं अनूप मिश्रा को भी स्थान मिला है। ये बाद दीगर है कि दोनों ही मध्यप्रदेश सरकार की केबीनेट में तो हैं, परंतु शिवराज सिंह की किचिन केबीनेट में नहीं हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में मध्यप्रदेश की ओर से कैलाश विजयर्गीय, अनूप मिश्रा, रंजना बघेल एवं ज्योति धुर्वे को शामिल किया गया है। इस तरह से 2014 की रणनीति पर पूरी तरह से काम किया गया है।
स्थिति साफ होने के बाद कहा जा सकता है कि जमावट कुछ इस तरह से की गई है कि यदि शिवराज के मैनेजर्स मदद ना भी करें तो मध्यप्रदेश को जीता जा सके। इसके अलावा यह भी कहा जा सकता है कि प्रभात झा, उमा भारती, कैलाश विजयर्गीय और अनूप मिश्रा को शामिल करके शिवराज सिंह चौहान को चारों तरफ से घेर लिया गया है।
सनद रहे कि अनूप मिश्रा और कैलाश विजयर्गीय से शिवराज के रिश्तों की खटाई जग जाहिर है। दोनों नेताओं को अपनी हदों में समेटने के लिए शिवराज के मैनेजर्स ने क्या कुछ नहीं किया, यह बताने की जरूरत नहीं है परंतु अब हालात बदलते दिखाई दे रहे हैं।
आगामी विधानसभा चुनावों में शिवराज सिंह चौहान को चुनौती कांग्रेस से मिले ना मिले लेकिन भाजपा से जरूर मिलने वाली है।
एक राज की बात बताते चलें कि कप्तान सिंह सोलंकी, कैलाश विजयर्गीय एवं अनूप मिश्रा भी सुरेश सोनी की टीम के सदस्य हैं।