भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा सुनवाई न करने के बाद अब अध्यापक अपनी मांगों को लेकर जनता के बीच जाने लगे हैं। सबसे पहले उन्होंने स्कूली स्टूडेंट्स के पेरेंट्स को अपने समर्थन में लिया, फिर जनता को। आज महानायक अमिताभ बच्चन को ज्ञापन सोंपा और शनिवार को वो भोपाल के भिखारियों को ज्ञापन सौंपकर अपनी स्थिति से अवगत कराएंगे।
मध्यप्रदेश में अध्यापकों का आंदोलन अब सड़कों पर आ गया है और सीधे तौर पर यह आंदोलन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की ब्रांड इमेज को डेमेज करने लगा है। शिवराज सरकार द्वारा गैस सिलेण्डर पर एंट्री टैक्स नहीं हटाने, डीजल एवं पेट्रोल पर वैट कम न करने एवं सिलेण्डर पर सब्सिडी की घोषणा न करने के बाद मध्यमवर्ग में उनकी लोकप्रियता तेजी से घटी है।
यह आंदोलन इस कड़ी में एक नया माइल स्टोन बनता जा रहा है। इधर शिवराज सरकार अपने स्टेंड पर अड़ी है तो उधर अध्यापकों ने तय किया है कि वो जनता का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर फोकस करने की रणनीति पर काम करेंगे। कई जिलों में अध्यापकों ने आज से अपनी समस्याओं से संबंधित पर्चे छपवाकर चौराहों पर बांटे जिसमें बताया गया कि किस तरह सरकार उन्हें एक चपरासी से भी कम वेतन पर काम करने को मजबूर कर रही है।
इसी क्रम में भोपाल में भिखारियों को ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम तय किया गया है। संयुक्त मोर्चा के प्रांताध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार ने भोपालसमाचार.कॉम को बताया कि मोर्चा शनिवार को दोपहर 2 बजे भोपाल के सम्माननीय भिखारियों को अपना ज्ञापन सौंपकर उन्हें अपने दर्द में भागीदारी करने का आग्रह करेंगे। अध्यापक राजधानी के भिखारियों से आग्रह करेंगे कि ईश्वर उनकी शुभकामनाओं को सबसे जल्दी स्वीकार करता है अत: वो मध्यप्रदेश के संविदा शिक्षक एवं अध्यापकों के लिए भी प्रार्थना करें ताकि शिवराज सिंह सरकार को सद्बुद्धि प्राप्त हो और वो अध्यापकों की समस्याओं का निवारण कर अपना वचन निभाए।