भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पंचायत सचिवों की सारी मुरादें पूरी कर दीं। अब उन्हें अध्यापक वर्ग 3 के बराबर वेतन मिलेगा। अंशदायी पेंशन योजना बनेगी, पंचायत मुख्यालय पर सरकारी आवास और ट्रांसफर की नई नीति भी बनेगी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पंचायत सचिवों के लिये अंशदायी पेंशन योजना बनायी जायेगी। विभागीय परीक्षा में भी प्राथमिकता दी जायेगी। पंचायत मुख्यालय स्तर पर आवास सुविधा उपलब्ध करवायी जायेगी। स्थानांतरण नीति में सचिवों के मांग के अनुरूप आवश्यक संशोधन किये जायेंगे। श्री चौहान आज यहाँ पंचायत सचिव संगठन द्वारा आयोजित रक्त तुलादान, स्वागत सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मध्यप्रदेश पंचायत सचिव संगठन द्वारा पंचायत सचिवों की ओर से मुख्यमंत्री का रक्त से तुलादान कर सम्मान किया गया। यहाँ साढ़े तीन सौ यूनिट रक्तदान हुआ। इस रक्त को जरूरतमंद गरीब मरीजों के लिये उपयोग में लाया जायेगा।
संगठन के प्रातांध्यक्ष श्री दिनेश शर्मा ने सचिवों की ओर से मुख्यमंत्री को चाँदी का मुकुट पहनाकर स्वागत किया। यह समारोह सहायक अध्यापक वर्ग-3 के समान सचिवों को वेतनमान देने के निर्णय पर मुख्यमंत्री के सम्मान में किया गया था।
मुख्यमंत्री ने सचिवों से ग्रामीण जीवन स्तर उठाने और गाँव को प्रगतिशील बनाने के लिये संकल्प लेने का आव्हान करते हुये कहा कि प्रशासनिक व्यवस्थाएं जनता के कल्याण के लिये होती हैं। विकास के लिये सड़क, बिजली, पानी जैसी सभी बुनियादी व्यवस्थाएं सरकार द्वारा पूरी की जा रही है। मध्यप्रदेश विकसित राज्यों की बराबरी कर रहा है। उन्होंने कहा कि गाँवों में 24 घंटे बिजली मिलने से छोटे-छोटे उद्योग-धंधों की संख्या बढ़ेगी। ग्रामीण युवा अपना स्वयं का व्यवसाय खोलने के लिये आगे आयेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं के सहयोग से ही गाँव की तस्वीर बदल सकती है। उन्होंने पंचायत सचिव श्री यशवंत श्रीवास्वत के इलाज के लिये धनराशि स्वीकृत करते हुये कहा कि गंभीर बीमारी के लिये किसी को भी पैसे की कमी नहीं होने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से किसानों की फसलें प्रभावित होने पर प्रति हेक्टेयर सहायता राशि बढ़ा दी गयी है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने पंचायत सचिवों को मील का पत्थर बताते हुये कहा कि सचिवों के सहयोग से ही गाँव की शासन व्यवस्था सुचारू रूप से चल सकती है। राज्य सरकार सचिवों को हरसंभव सहयोग देना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरपंच-सचिव गाँव के विकास के दो पहिये हैं। दोनों के समर्पण और निष्ठा से गाँव की कायापलट हो सकती है। उन्होंने सचिवों से आग्रह किया कि वे विकास के कार्यों में खर्च होने वाली राशि के उपयोग पर निगरानी रखें और अपनी भूमिका पूरी जिम्मेदारी से निभायें।
सांसद एवं राज्य भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि पंचायतें लोकतंत्र की बुनियाद हैं और इसे मजबूत करना चाहिये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पंचायतों की बुनियाद मजबूत बनाने के लिये हरसंभव कोशिश की है।
श्री दिनेश शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और संगठन की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्मरण पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने लोकगीतों की पुस्तिका का विमोचन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पंचायत सचिव उपस्थित थे।