भोपाल। अवार्ड शो तो बस तीन घंटे का टेलीविजन शो बनकर रह गए। चैनल और अवार्ड देने वाले सिर्फ उन स्टार्स को बुलाते हैं जिनको पैसे दिए जाते हैं जो इसमें परफॉर्म करते हैं और जिनको अवार्ड देना होता है। चैनल वालों की डिमांड होती है कि फंक्शन में मैक्सिमम स्टार्स आए। वहीं दूसरी ओर रियलिटी शोज तो पूरी तरह से प्रीप्लांड होते हैं।
यह कहना है डायरेक्टर साजिद खान और अजय देवगन। 29 मार्च को रिलीज होने वाली फिल्म 'हिम्मतवाला' से जुड़ी खास बातों को हमारे साथ शेयर की।
अजय ने कहा कि एज एन ऑडियंस मैं जो देखना चाहता हूं, वहीं बनाता हूं और वहीं काम भी करता हूं, जिसे पूरा परिवार एक साथ बैठकर एंजॉय कर सके। हिम्मतवाला फुल एंटरटेनर हैं। मैं एक एग्जांपल दूं कि मैं अपनी फैमिली के साथ बैठकर एक हिंदी फिल्म देख रहा था, उसका नाम नहीं बताऊंगा। तभी पापा जी उठकर चले गए। मैंने उनसे पूछा क्या हुआ तो वो बोले सब लोगों के साथ बड़ा आक-वर्ड लग रहा था। बड़ी ही वल्गर फिल्म है। जबकि पापा जी तो सिनेमा से जुड़े हुए है। जब वो नहीं देख पाए तो आम दर्शक का क्या कहना।
सिनेमा वही जो आपको एंटरटेन करे जो एंटरटेन न करे वो काहे का गुड सिनेमा है। सिर्फ वल्गैरिटी और सेक्स परोस कर आप सक्सेस नहीं पा सकते। हमारी सोसायटी मॉडर्न हो रही है, लेकिन हमने अपने दिखावे में अपने कल्चर को नहीं खोया।
पांच लैंग्वेज में करूंगा फाइट: 'मैंने फिल्म के एक सीन में पांच लैंग्वेज बोली हैं। उस सीन में तमन्ना, कुछ गुंडो की पिटाई के लिए मुझसे कहती हैं। ये गुंडे पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र और बंगाल से ताल्लुक रखते हैं। लड़ाई के दौरान गुंडे अपनी लैंग्वेज में मुझे चुनौती देते हैं वहां मैं गुंडों को उनकी लैंग्वेज में उन्हें जवाब देता हूं। ये बोलना बड़ा फनी और डिफरेंट था जिसमें मुझे मजा आया। वो सिर्फ वन लाइनर नहीं पूरे डायलॉग हैं, साथ में फाइट थोड़ा टफ भी रहा।
मैं जितेंद्र जी की बराबरी नहीं कर सकता: मैं जितेंद्र जी जैसा डांस नहीं कर सकता, वो जंपिंग जैक है, ग्रेट एक्टर हैं। मैं उनकी बराबरी कभी नहीं कर सकता। मैंने वहीं किया जो मुझसे फिल्म में साजिद ने कराया। हिम्मतवाला में जितेंद्र जी इंजीनियर बने थे और मैं इसमें एक स्ट्रीट फाइटर हूं। यह कहानी डिफरेंट है।
सफेद जूते पहनकर किया डांस: जितेंद्र जी जैसे सफेद जूते पहनकर डांस करने के सवाल पर अजय ने हंसते हुए कहा कि मैं यह जूते नहीं पहनना चाहता था, मैंने साजिद से कहा था कि सब करवाना लेकिन वैसे जूते मत पहनाना, लेकिन मैंने सीन की मांग के अनुसार पहने और डांस भी किया।
तमन्ना इज ए टैलेंटेड एक्ट्रेस: अजय सेट पर को-स्टार के साथ मस्ती और छेडख़ानी करने के लिए मशहूर हैं, ऐसे में उन्होंने तमन्ना को किस तरह परेशान किया इस सवाल पर हंसते हुए अजय ने कहा कि अरे तमन्ना तो पहले से ही डरी हुई थी, यह उसकी पहली हिंदी फिल्म है। सो मैंने उसे नहीं छेड़ा, उसे छोड़ दिया। शी इज ए वैरी टैलेंटेड एक्ट्रेस।
एमपी का ब्रांड एम्बेसडर बनना ऑनर की बात होगी: भोपाल को अपना सेकंड होम मानने वाले अजय देवगन ने मप्र के ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाने के सवाल पर कहा कि बेशक ये मेरे लिए ऑनर की बात होगी। यहां के लोग बड़ा प्यार देते हैं। मैंने तो अपनी एनीवर्सरी भी परिवार के साथ यहीं मनाई।
बच्चों के लिए बनाऊंगा फिल्म: मैंने बच्चों के लिए दो फिल्में बनाई है। अब एक और फिल्म बनाने का प्लान है। एक अच्छी स्क्रिप्ट की तलाश है। सिंघम-2 पर भी जल्द शुरू होगी।
मेरी फिल्म पूरी तरह से पैसा वसूल: हिंदी फिल्मों से हीरो की धमाकेदार एंट्री गायब सी हो गई है। इस फिल्म में मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अजय की एंट्री हिंदी सिनेमा की तीसरी सबसे बड़ी एंट्री होगी। पहली थी महानायक अमिताभ बच्चन की शहंशाह वाली एंट्री और दूसरी खुद अजय की फूल और कांटे मोटरसाइकिल वाली। अजय की एंट्री को देखकर दर्शक सीट पर खड़े होकर ताली मारे बिना नहीं रह सकेंगे। एक बहन का भाई, एक मां का बेटा है 'हिम्मतवाला'।
अजय देवगन के साथ मेरी बड़ी अच्छी केमिस्ट्री है। हम दोनों कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे। फूल और कांटे हम दोनों ने साथ बैठकर देखी थी। उसके बात वे फिल्मों में व्यस्त हो गए।