भोपाल। आठ वर्षीय मासूम बच्ची के हत्याकांड के चालान की अहम फाइलें जिला अदालत में प्रस्तुत किए जाने से चौबीस घंटे पहले मंगलवार को टीटी नगर थाने के कंप्यूटर से अचानक डीलिट हो गर्इं। दरअसल, चालू कंप्यूटर अचानक बंद होने पर आपरेटर द्वारा रि-स्टार्ट किया गया।
कंप्यूटर के रि-बुट मांगने के बाद हत्याकांड से संबंधित मामले की सभी फाइलें करप्ट हो गर्इं। घंटों मशक्कत के बाद भी फाइलों के नहीं खुलने से पुलिस अफसरों के हाथ पांव फूल गए। हालांकि शाम को बाहर से बुलाए गए एक्सपर्ट्स ने कंप्यूटर में 24 फरवरी तक की फाइलें ढूंढ लीं। जबकि 25 और 26 फरवरी का डाटा नहीं मिल सका।
सूत्रों के अनुसार इन फाइलों में चालानी कार्रवाई के अंतिम दो दिनों के प्रमुख साक्ष्य संकलन की सूचियां, साक्षी सूची, चार्जशीट के बिंदु व पर्चे जैसी अहम लिखा-पढ़ी थी। ऐसे में वरिष्ठ अफसरों के निर्देश पर विवेचक अधिकारियों ने दो दिन की लिखा-पढ़ी को दोबारा करने का निर्णय लिया। देर शाम तक आधा दर्जन पुलिस कर्मियों व कंप्यूटर एक्सपर्ट की मदद से कंप्यूटर में डीलिट हुर्इं दो दिन के डाटा को दोबारा दर्ज किया गया।
3 फरवरी को लापता बच्ची की गुमशुदगी और 4 फरवरी को शव मिलने पर मर्ग कायम एसआई संतोष शर्मा द्वारा किया गया था। जबकि प्रकरण को लेकर 5 व 6 फरवरी को हुई कार्रवाई थाने के अन्य एसआई वीबीएस सेंगर ने की थी। 6 फरवरी को पुलिस के आला अफसरों ने मामले की विवेचना गोविंदपुरा टीआई एसकेएस तोमर को सौंपी थी। जोकि अब तक की विवेचना कर रहे हैं। ऐसे में चालान प्रस्तुत होने के समय टीटी नगर थाने के दो एसआई के साथ ही मौजूदा विवेचक निरीक्षक तोमर भी न्यायालय जाएंगे।