भोपाल। संयुक्त अध्यापक मोर्चा के आंदोलन में आज बुरहानपुर में हुई एक अध्यापक की दर्दनाक मौत से आक्रोश पनप गया है। उज्जैन में आमरण अनशन शुरू कर दिया गया है तो भोपाल में कलेक्टर की कार्रवाई के खिलाफ आक्रोश देखा गया।
राजधानी में कलेक्टर निकुंज श्रीवास्तव के आदेश पर सस्पेंड किए गए 12 अध्यापकों के मामले में आज मोर्चा के प्रांताध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार सहित उनके तमाम सहयोगियों ने कलेक्टर निंकुज श्रीवास्तव से मुलाकात की एवं निलंबन वापस लेने की मांग की।
आंदोलनकारियों का कहना है कि यदि सस्पेंड करना ही है तो सारे के सारे अध्यापकों को एक साथ सस्पेंड कर दो, ऐसे किस्तों में कार्रवाई करके हमें डराया नहीं जा सकता।
प्रांताध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार ने भोपालसमाचार.कॉम को बताया कि हम इस तरह की प्रशासनिक कार्रवाईयों से डरने वाले नहीं है। इंतजार करते करते हम थक गए हैं। यदि इस तरह प्रशासन ने हमें डराने की कोशिश की तो आंदोलन और अधिक उग्र हो जाएगा। हम सामूहिक इस्तीफा देंगे और आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
इधर उज्जैन से खबर आ रही है कि यहां अपनी मांगों को लेकर आंदोलित अध्यापक एवं संविदा शिक्षक आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
कुल मिलाकर अध्यापक एवं संविदा शिक्षकों के इस आंदोलन की आग पूरे प्रदेश में फैल गई है एवं प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में स्कूल कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं।
अध्यापक मोर्चा: उज्जैन में आमरण अनशन, भोपाल में कलेक्टर के खिलाफ आक्रोश
February 21, 2013
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