भोपाल। इन्दौर के ख्यातनाम रुचि ग्रुप पर आयकर विभाग ने मंगलवार को छापामार कार्रवाई की। आयकर की यह कार्रवाई ग्रुप के 27 ठिकानों पर की गई एवं तमाम ठिकानों पर कार्रवाई लगातार जारी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस मामले में ब्लेकमनी को व्हाइट करने का कारोबार उजागर होगा।
इंदौर शहर के बड़े कारोबारी कैलाश शाहरा (रुचि सोया) ग्रुप पर आयकर विभाग की मुंबई और इंदौर इनवेस्टीगेशन विंग ने छापामार कार्रवाई की है।, मंगलवार तड़के इंदौर,मुंबई, दिल्ली और गुडग़ांव के करीब 27 ठिकानों पर तलाशी शुरू की जो देर रात तक जारी रही। ग्रुप का स्टील, डेयरी प्रोडक्ट, पॉम ऑइल प्रोडक्शन, रियल इस्टेट, सीमेंट, पॉवर के साथ ही आईटी क्षेत्र में दखल है। कुल टैक्स चोरी कितनी है इसका खुलासा गुरुवार तक हो पाएगा।
तीन सौ से अधिक कंपनियां राडार पर : आयकर सूत्रों के अनुसार सुबह जैसे ही सर्च शुरू हुई कुछ ही देर में एक-एक कर करीब तीन सौ कंपनियों के दस्तावेज निकल आए। इन कंपनियों के पते मुंबई,कोलकाता के साथ ही देश के कई शहरों के हैं। अधिकारियों को शक है कि इन कंपनियों में से कई ब्रीफकेस (कागजी) हैं जो सिर्फ कालेधन को वैध करने के काम आती है। इन कंपनियों में ग्रुप के कर्मचारियों को ही डायरेक्टर बना रखा है।
32 हजार करोड़ का ग्रुप -
रुचि सोया ग्रुप अपने आप को एशिया का सबसे बड़ा सोया प्रोडक्ट का एक्सपोर्टर्स बताता है। करीब 32 हजार करोड़ सालाना टर्न ओवर वाले इस ग्रुप का विदेशों में भी कारोबार है। बताया जाता है कि ग्रुप मलेशिया से पॉम ऑइल मंगाकर देशमें उसे रुचि गोल्ड के नाम से बेचता है।
डीजीसीईआई ने भी मारा था छापा -
सेंट्रल एक्साइज की चोरी को लेकर कुछ दिन पहले ही डायरेक्टोरेट ऑफ सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस (डीजीसीईआई) ने ग्रुप के नेशलन स्टील की घाटा बिल्लौद यूनिट पर छापा मारा था। अधिकारियों के अनुसार वहां भी अभी तक की जांच में बड़ी मात्रा में ड्यूटी चोरी सामने आई है।
इंदौर छोड़ मुंबई में जमा करने लगी थी आयकर : ग्रुप आयकर इनवेस्टीगेशन विंग की नजरों में तब आया जब इसने पूरा कामकाज इंदौर में रखा लेकिन आयकर असेसमेंट मुंबई दफ्तर में किया जाने लगा। सूत्र बताते है कि सामान्यत: बड़े ग्रुप ऐसा इसलिए करते है क्योंकि छोटे शहरों में बड़े ग्रुप का पूरा कामकाज आयकर विभाग की कड़ी निगरानी में रहता है। मुंबई के वरिष्ठ आयकर अधिकारी इंदौर में डेरा डाले हुए है।
इंदौर में यहां छापेमारी : शहर में ग्रुप के हेडक्वार्टर साउथ तुकोगंज स्थित महाकोष हाउस, कैलाश शाहरा के पलासिया स्थित घर, देवास नाका, घाटा बिल्लौद, लसुडिय़ा स्थित फैक्टरी में टीमों ने कम्प्यूटर हार्डडिस्क कब्जे में ली साथ ही स्टॉक का असेसमेंट किया। छापे में मुंबई के 15 और एक-एक ठिकाना दिल्ली और गुडग़ांव का शामिल है।
आईटी एसईजेड लिया- जांच में सामने आया है कि खाद्य तेल के साथ ही आईटी क्षेत्र में भी ग्रुप पैर जमा रहा है। हाल ही में कनाडिया में करीब 25 एकड़ जमीन में इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी पार्क के लिए स्पेशल इकोनामिक जोन का प्रोजेक्ट दिल्ली से स्वीकृत कराया है।
कौन का कर्ताधर्ता: कैलाश शाहरा,सतीश शाहरा, मनीष शाहरा
- यह करता है ग्रुप -
- रुचि सोया इंडस्ट्रीज- सोया प्रोडक्ट और सोया तेल का कारोबार
- नेशनल स्टील एंड एग्रो- लोहे के सरिये का उत्पादन,पॉवर और एग्रीकल्चर
- रूचि रियल्टी होल्डिंग्स- जमीनों का कामकाज
- रुचि इंफ्रास्ट्रक्चर- निर्माण, वेयरहाउसिंग
- अनिक इंडस्ट्रीज- डेयरी फूड प्रोडक्ट
- रुचि स्टील- स्टील प्रोडक्ट रुचि इनफोटेक- इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
- रुचि ग्लोबल- विभिन्न प्रोडक्ट्स की ट्रेडिंग