सीहोर (चन्द्रकांत दासवानी)/ जिले बिरपाटी गांव के जंगलों में मधुमक्खियों ने महिलाओं एवं बच्चों पर ऐसा हमला किया कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। एक महिला की तो दोनों आखें ही घायल हो गईं, पता नहीं वो अब कभी देख भी पाएगी या नहीं।
मामला आज सुबह सेवेर का है। नसरुल्लागंज के गांव बिरपानी में लकड़ियां काटने के लिए गांव की महिला रावली बाई 30 साल, आरती 1 साल, सुनीता 6 साल, सीमा 12 साल, सतीश 3 साल, मुरलीबाई 22 साल, संगीता 10 साल एवं राजेश 23 साल जंगल में गए हुए थे। वो पेड़ काट रहे थे कि तभी मधुमक्खियों ने अचानक उन पर हमला कर दिया।
इस हमले में सभी मासूम, महिलाओं एवं युवक के चेहरे खून से लहुलुहान हो गए। महिला रावलीबाई की दोनों आखों पर मधुमक्खियों ने हमला किया जिसके चलते उनकी दोनों आखों से फिलहाल कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। मधुमक्खियों का यह हमला लगभग 1 घंटे तक लगातार चला। इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए सभी बच्चों एवं महिला व युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार लिखे जाने तक सभी का इलाज किया जा रहा था, सभी खतरे से बाहर थे परंतु खून से लथपथ हो चुके थे और मधुमक्खियों का जहर पूरे बदन में दौड़ रहा था।
महिला रावली बाई के बारे में फिलहाल चिकित्सक कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। वो नहीं बता पा रहे हैं कि रावली बाई कभी फिर से देख भी पाएगी या नहीं।