भोपाल। विज्ञान को झुठलाते हुए भारत चमत्कारों की धरा है यह एक बार फिर उस समय साबित हो गया, जब एक डेढ़ वर्ष का मासूम तीसरी मंजिल से नीचे आकर गिरा और उसे खरोंच तक नहीं आई। थोड़ी देर वो बेहोश रहा, फिर मजे से खेलने लगा। शायद यमराज ने गलत टारगेट सेट कर लिया था।
खरगौन जिले के बड़वाह नगर के विनोदा मार्ग पर शुक्रवार को एक तीन मंजिला भवन जिसकी ऊंचाई करीब 36 फीट है से जगदीश तोमर का डेढ़ वर्षीय बालक ऋषभ ताल चूकते हुए नीचे गिर गया। नीचे सीमेंटीकरण का मार्ग बना है। बावजूद इसके बच्चे को खरोंच तक नहीं आई। गिरते समय बालक निश्चेत जरूर हुआ लेकिन कुछ देर बाद ही खेलने लगा।
घटना के बाद रहवासी जहां हैरत में है वही परिवार वाले इसे ईश्वर का आशीर्वाद मान रहे हैं। श्री तोमर ने बताया वह इस भवन में किराए से रहते हैं। शुक्रवार को ऋषभ अपने तीन भाइयों के साथ मकान की छत पर खेल रहा था। इस दौरान मार्ग से एक ट्रैक्टर निकला। उसे देखने के लिए ऋषभ छत की रेलिंग पर चढ़ गया। ट्रैक्टर देखते समय उसका हाथ फिसला और वह नीचे गिर गया। बीच में वह बिजली के तारों से भी टकराया लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आई।
श्री तोमर ने बताया बच्चों ने अंदर आकर ऋषभ के नीचे गिरने की बात बताई। सभी नीचे आए। इस दौरान राह चलती मंजूबाई ने ऋषभ को उठा लिया था। इस दौरान उसकी आंखें बंद थी। यह देख मां बबिता का रो-रोकर बुरा हाल था। तुरंत उसे अस्पताल लेकर गए। डॉ. बीके श्रीमाली ने उसे देखा। उसके हाथ पैरों को सीधा करने व अच्छे से रगडऩे के बाद उसने अपनी आंखें खोली।