भोपाल में हॉस्टलर्स लड़कियों को पोर्न मूवी का चस्का

भोपाल। प्रदेश के कई इलाकों से राजधानी में अच्छी एज्यूकेशन के लिए आने वाली लड़कियां केवल पढ़ाई नहीं करतीं बल्कि नियमित रूप से पोर्नमूवी भी देखतीं हैं। पोर्नमूवी उनकी लाइफ का शेड्यूल बन गईं हैं। यह खुलासा हुआ है भास्कर.कॉम की एक सर्वे रिपोर्ट में। 

भास्कर.कॉम की इस सर्वे रिपोर्ट कई खतरनाक खुलासे करने वाली है। खासकर उन पेरेंट्स के लिए जो अपनी बेटियों को यह सोचकर भोपाल भेज रहे हैं कि वो बड़े होकर अच्छी बेटी बनेगी। उनके द्वारा भेजे जा रहे पैसों का क्या उपयोग किया जा रहा है इसका खुलासा भी यहां हो रहा है। आप खुद पढ़िए क्या कुछ लिखा है इस सर्वे रिपोर्ट में:-


हॉस्टल में रहने वालीं लड़कियों में पोर्न मूवी देखने का चस्का बढ़ता जा रहा है। यह सनसनीखेज खुलासा राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित हॉस्टल गर्ल्स से बातचीत के बाद हुआ है। गर्ल्स पर किए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि पोर्न वेब-साइट देखने में सिटी की गर्ल्स लड़कों को बराबरी की टक्कर दे रही हैं। 40-60 का यह रेशों चौका देने वाला है, लेकिन सच तो यही है कि लड़कियों में भी पोर्न वेब-साइट देखने की आदत बढ़ती जा रही है। हाल-ही में मैनिट कॉलेज में हुई काउंसलिंग के दौरान भी ऐसे कुछ केस सामने आए थे।


खुलासा खुद लड़कियों ने किया


आंखों में बड़े-बड़े सपने और मन में कुछ कर गुजरने की चाह में प्रदेश के विभिन्न छोटे-बड़े जिलों से राजधानी में पढऩे आ रहे स्टूडेंट्स की लाइफ स्टाइल तेजी से बदल रही है। इन युवाओं की सक्रियता अब पोर्न वेब-साइट पर लगातार बढ़ रही है। यह खुलासा खुद गर्ल्स हॉस्टल और फलेट लेकर रह रही लड़कियों ने किया है। उनका कहना है कि इस तरह की हरकतें ग्रुप में ज्यादा होती हैं, वह भी सभी की मर्जी के साथ।


60-40 का है रेशों


टीवी, इंटरनेट, लेपटॉप, 3-जी स्पोर्ट मोबाइल जैसी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी ने यूथ को अपना आदी बना लिया है। वहीं यूथ भी इनके बिना खुद को अधूरा समझने लगे हैं। एक क्लिक से सारी दुनिया को अपने सामने पाने की चाहत में यूथ का ध्यान अब पढ़ाई से ज्यादा गैजेट्स पर लगा रहता है। पोर्न वेब-साइट पर लड़कियों की संख्या लड़कों से बहुत पीछे नहीं है बल्कि 60-40 का रेशो है।


मिलकर उठाती है खर्चा


अपने शौक पूरे करने के लिए गर्ल्स किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। वे न सिर्फ घर से एक्स्ट्रा पैसे मंगवा रही हैं, बल्कि दोस्तों से उधार लेने से परहेज नहीं करती हैं। इतना ही नहीं लेपटॉप में इंटरनेट लगवाने के लिए आने वाला खर्चा भी आपस में मिलकर उठाती हैं। टाइम-टू-टाइम नेट-सेटर को रिचार्ज करवाने का काम भी बांट रखा है।


जस्ट लाइक सेक्स एजूकेशन


सिटी की गर्ल्स पोर्न वेब-साइट देखने में कोई हर्ज या बुराई नहीं समझती हैं। उनके अनुसार ये सिर्फ एक सेक्स एजूकेशन की तरह है, जिसे देखना में नुकसान नहीं है। स्टूडेंट कामना बताती हैं कि पढ़ाई के अलावा ये सब भी लाइफ का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका नॉलेज होना जरूरी है।


सेटर-डे नाइट एंड गर्ल्स


गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली शिखा(परिवर्तित नाम) बताती हैं कि पिछले दो सालों में उनकी पसंद और आदत भी काफी परिवर्तन आया है। देर रात तक वे दोस्तों के साथ मोबाइल पर पोर्न साइट देखती हैं। पहले हम सभी हिचकिचाते थे, लेकिन धीरे-धीरे ये हमारी पसंद बन गई और अब हम रोज देखते हैं। खास-तौर पर सेटर-डे की नाइट हम सभी इस तरह की मूवी देखने में ही बिताती हैं, क्योंकि अगले दिन छुट्टी होती है और देर तक सोते रहते हैं।


मूवी करती है अपलोड


स्टूडेंट पायल बताती हैं कि उनके पास नेट की सुविधा नहीं है इसलिए वे जब भी अपनी दोस्त के हॉस्टल जाती हैं, उससे कुछ ब्ल्यू फिल्म्स और क्लिपिंग पेन-ड्राइव में लोड करके ले आती हैं, फिर अपने रूम मेट्स के साथ देर रात तक देखती हैं। लड़कियों ने खुलासा किया कि यदि उन्हें इंटरनेट सहजता से उपलब्ध नहीं होता तो वे एक-दूसरे के मोबाइल से ब्लूट्रूथ के जरिये पोर्न मसाला एक्सचेंज कर लेती हैं।

पोर्न मूवी ने बदली लाइफस्टाइल


कई लड़कियों ने खुलासा किया कि पोर्न मूवी देखने के कारण उनकी बातचीत में भी नॉनवेज लैंग्वेज शामिल हो गई है।

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