भोपाल। संविदा शिक्षकों एवं अध्यापकों की राजनीति कर रहे मुरलीधर पाटीदार का विरोध बढ़ने लगा है। लोग पाटीदार की उपवास और चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति से खुश नहीं है और उनका कहना है कि पाटीदार ठीक प्रकार से अध्यापकों एवं संविदा शिक्षकों का नेतृत्व नहीं कर पा रहे हैं।
गतदिनों महाकुंभ के दौरान यह मामला सार्वजनिक हो गया था और इसके बाद अब तो फेसबुक पर लगातार पाटीदार का विरोध चल रहा है। पाटीदार पर आरोप है कि वो अध्यापकों को संगठित करने में नाकाम रहे हैं। अध्यापक एवं संविदाशिक्षक स्वप्रेरणा से संगठन के बेनरतले आए, लेकिन वो अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।
चुनाव से ठीक पहले महाकुंभ में सरकार को चुनौती न देना और समझौतावादी रणनीति का उपयोग करना, आंदोलन को चरणबद्ध चलाकर उसका प्रभाव समाप्त करने की कोशिश करना इत्यादि कई आरोप पाटीदार पर लगाए जा रहे हैं। देखना रोचक होगा कि चुनाव से पहले पाटीदार का विरोध, अध्यापकों के आंदोलन को कहां ले जाता है एवं क्या नाराज अध्यापक एवं संविदाशिक्षक अपना अध्यक्ष बदलने की प्रक्रिया पर काम करेंगे।
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