ग्वालियर। अवैध घोषित गैर बैंकिंग कंपनियों के संचालकों को एसपी जीके पाठक ने एक महीने में गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रविवार की शाम मातहतों की बैठक लेकर साफ कर दिया कि हर हाल में इन्हें गिरफ्तार किया जाए। धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस को ऐसे कुल 240 आरोपियों की तलाश है।
विवेचना में लापरवाही बरतने वाले विवेचकों से भी उन्होंने जवाब मांगा। उन्होंने टीआई विश्वविद्यालय, थाटीपुर और कोतवाली सहित 30 पुलिसकर्मियों को निंदा की सजा भी दी।
श्री पाठक ने दो दिन पहले थाना प्रभारियों से पूछा था कि पिछले दस साल में दर्ज किए गए धोखाधड़ी के मामलों में अभी कितने आरोपी फरार हैं। रविवार की शाम को थाना प्रभारी जानकारी लेकर पहुंचे तो पता चला कि धोखाधड़ी के मामलों में 240 आरोपी फरार हैं।
बैठक में श्री पाठक ने मामले के विवेचकों से पूछा कि आरोपी अभी तक क्यों फरार हैं? जिन लोगों के जवाब से वे संतुष्ट हो गए, उन्हें निर्देश दिए कि एक महीने में इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लें। जिन पुलिसकर्मियों के जवाब से एसपी संतुष्ट नहीं हुए, उनसे स्पष्टीकरण मांगा।
पूरे भारत में तलाश करो
गैर बैंकिंग कंपनियों के संचालकों को गिरफ्तार करने के लिए समय सीमा देने के साथ ही यह भी तय किया गया कि इसके लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा भी प्रतिदिन की जाए। आरोपियों को पूरे भारत में तलाश किया जाएगा। इस ऑपरेशन के समन्वय की जिम्मेदारी सीएसपी मुरार नीरज पांडे और सीएसपी झांसीरोड प्रदीप पटेल को दी गई है।