निश्चित रूप से विषय गंभीर है और सभी लोग मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री तुकोजीराव पवार के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी कर रहे हैं, लेकिन इसके अलावा एक चर्चा जो आम हो रही है वो यह है कि एक जननायक को इस प्रकार हैवी ड्रिंकर होना क्या शोभा देता है।
एक शराब की आदत ने उन्हें पिछले 22 दिनों से अस्पताल में भर्ती कर रखा है। मध्यप्रदेश शासन के एक मंत्री के महत्वपूर्ण 22 दिन इस शराब ने छीन लिए और पता नहीं कितने दिन आगे भी छीनने वाली है। वेदांता हॉस्टिपल के डॉक्टर्स पर सभी को भरोसा है और विश्वास है कि पवार शीघ्र ही हम सबके बीच वैसे ही दिखाई देंगे जैसे पहले हुआ करते थे, लेकिन आम आदमी की आवाज को दबा पाना मुश्किल है और निश्चित रूप से इस मामले ने एक बार फिर भाजपा को कलंकित करने का काम किया है।
जिस सरकार के मुख्यमंत्री खुद को शराब के खिलाफ खड़ा प्रदर्शित करते हैं, उसी सरकार का एक मंत्री का शराब के कारण गंभीर रूप से बीमार हो जाना कतई शोभनीय नहीं कहा जा सकता।
जिस सरकार के मुख्यमंत्री खुद को शराब के खिलाफ खड़ा प्रदर्शित करते हैं, उसी सरकार का एक मंत्री का शराब के कारण गंभीर रूप से बीमार हो जाना कतई शोभनीय नहीं कहा जा सकता।