ननद-भौजाई की साजिश से पुलिस हलाकान

सिवनी। शिखा की कोख से जन्मी तीन साल की अबोध अदीति को तो यह भी नहीं मालूम कि उसकी मां शिखा ममता को ठोकर मारकर दूसरी दुनिया में मशगूल हो गई है। उसका बड़ा भाई आदित्य भी नहीं जानता कि उसकी मां को बुआ खुशबू की साजिश ने उससे जुदा कर दिया गया है।

इस मामले में सिवनी, मंडला और जबलपुर जिलों के साथ-साथ पुलिस महकमा और वरिष्ठ अफसरान भी पशोपेश में हैं। मजिस्ट्रेट गिरजेश ने भी कह दिया है कि शिखा चाहे तो वह छह माह में तलाक ले सकती है। कमोबेश, यही स्थिति सिवनी खुखबू के पति सचिन की भी है। 


दादी के साथ दोनों बच्चे


11 जनवरी की रात ढाई बजे अपनी कोख से जन्मे देने वाली माता से बिछुडी पुत्री अदीति(3 साल)और पुत्र आदित्य(6)अपने दादा—दादी औश्र पिता के साथ ही हैं। निवास के प्रथम श्रेणी न्यायाधीश् गिरजेशकुमार सनोड़िया की पत्नी शिखा, दीपक, खुशबू एवं एक अन्य व्यक्ति जबलपुर तो पहुंचते हैं किंतु शिखा और दीपक कहां चम्पत हो जाते हैं, किसी को नहीं पता। 


नहीं लगा सुराग


निवास(मंडला) एसडीओपी श्री मरकाम एवं निरीक्षक एनएन शर्मा को मिली सायबर लोकेशन के आधार पर शुक्रवार की शाम सिवनी पहुंच गए थे। शिखा और खुशबू के नाते रिश्तेदार, दीपक के पिता अशोक एवं ठेकेदार संजय भारद्वाज से भी उन्होंने पड़ताल की किंतु फरार प्रेमी युगल शिखा एवं दीपक का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अधिकारी द्वय ने बताया कि गायब युगल की लोकेशन सिवनी में मिल रही है किंतु कोई पुष्ट सुराग उन्हें नहीं मिला है। खुशबू अपने प्रेमी गज्जू तिवारी के घर पहुंचती है किंतु गज्जू के इनकार के बाद खुशबू बस से सिवनी आ गई। कोतवाली के परिवार परामर्श केंद्र में वह अपने पति सचिन के विरुद्ध ही रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची तब तक उनकी गुमशुदगी की खबर उन्हें मिल चुकी थी। 

मजिस्ट्रेट की पत्नी शिखा, बहन खुशबू और गिरजेश सनोडिया सिवनी नगर के विभिन्न इलाकों के निवासी हैं। सजातीय होने से वे अपने छात्र जीवन से ही वे एक दूसरे से परिचित थे। शिखा—दीपक और खुशबू—गज्जू के प्रेम—प्रसंगों से समाज के लोग पहले से ही वाकिफ होते हुए भी वे अंजान बने हुए थे। 


पतिव्रत और मातृत्व पर प्रहार


पतिव्रत और ममता को ठेंगा दिखाने वाली ननद—भौजाई के प्रेम प्रसंग की इस अजीबोगरीब दास्तां का खुलासा भी चौंकाने वाला है। शहर के गंगानगर क्षेत्र निवासी  
(30)की शादी 5 वर्षं पूर्व बारा पत्थर क्षेत्र निवासी गिरजेश सनोड़िया के साथ बड़ी धूमधाम से संपन्न हुई थी। शिखा के पति निवास (मंडला)में प्रथम श्रेणी न्यायाधीश के रूप में पदस्थ हैं। 


प्रेम का दीपक


बहन और पत्नी के प्रेम प्रसंगों से अच्छे भले हंसते—खेलते दो परिवारों में बिखराव पैदा हो गया है। इस प्रेम कहानी की किरदार ननद(खशबू) और उसकी भाभी शिखा ने इस घटना को दागदार बनाकर सारे रिश्ते—नातों को कलंकित कर दिया है। 


कोई वास्ता नहीं


मंडला जिले के निवास थाना क्षेत्र के अंतर्गत कथित रूप से न्यायाधीश की पत्नी लापता होने और उसे संरक्षण देने के आरोप लगाकर मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। जिला कांग्रेस के महामंत्री संजय भारद्वज ने कहा कि इस मामले में मंडला पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए मनगढंत कहानी गड़ रही है। जिससे उन्हें मानसिक आघात पहुंच रहा है। भारद्वाज ने कहा कि दीपक ठाकुर उनके यहां काम जरूर करता है किंतु उसके व्यक्तिगत जीवन से उनका कोई लेना—देना नहीं है। दीपक ठाकुर के दोषपूर्ण कृत्य का निराकरण सक्षम न्यायालय करेगा मंडला पुलिस द्वारा अनावश्यक रूप से मेरी सामाजिक एवं राजनीतिक प्रतिष्ठा धूमिल करने के उद्देश्य से यदि कोई कार्रवाई की जाती है तो मैं सभी संबंधितों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार रखता हूं।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!