हरदीप सिंह बेदी/नई दिल्ली ब्यूरो। कांग्रेस हाईकमान के लिए इस बार मध्यप्रदेश चुनाव जीतना बहुत जरूरी है। दिल्ली के राजनैतिक पंडितों ने हाईकमान को साफ बता दिया है कि यदि इस बार मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी तो वहां अगले 25 साल तक कांग्रेस सर नहीं उठा पाएगी।
इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस हाईकमान तेजी से सुझाव मांग रहा है। इन्हीं सुझावों में ज्योतिरादित्य सिंधिया को लीडरशिप दिए जाने का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके अलावा एक और सुझाव दिया गया है कि मध्यप्रदेश को चार हिस्सों में बांट दिया जाए और कमलनाथ, सिंधिया, दिग्विजय सिंह सहित सभी शक्तिशालियों को बेलेंस कर दिया जाए।
सभी नेता अपने अपने इलाकों में काम करेंगे और कांग्रेस को जिताने की जिम्मेदारी भी इन्हीं की होगी। कांग्रेस में इन नेताओं का भविष्य भी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणामों पर निर्भर होगा।
बहुत सारे सुझावों में से इस दूसरे सुझाव पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। संभव है ऐसा कोई निर्णय भी 20 जनवरी तक आ जाए।
कुल मिलाकर आगामी 20 जनवरी तक कांग्रेसियों की धड़कनें थमीं रहेंगी। देखते हैं मंथन से निकला अमृत कलश अधिवेशन में किसे सौंपा जाता है।