भोपाल। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जे.पी. धनोपिया ने कहा है कि कितने शर्म की बात है कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में दलितों के संबंध में विशेष कार्यक्रम महिला मुक्ति यात्रा का शुभारंभ करने राजधानी आये चिंतक, विचारक और वरिष्ठ समाजसेवी स्वामी अग्निवेश के साथ भाजपा एवं संघ से जुडे अनुवांशिक संगठन संस्कृति बचाओ मंच के संयोजक बी.एल. तिवारी एवं उनके साथियों द्वारा रविन्द्र भवन में सरेआम दुव्र्यवहार किया गया, उन्हें अपमानित किया गया, उनके साथ मारपीट की गई, लेकिन सत्ता के दबाव में पुलिस मूकदर्शक बनी खड़ी रही.
न तो किसी भी उपद्रवी के विरूद्व अभी तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया, न ही किसी की गिरफ्तारी की गई। इससे साफ है कि ऐसे गैर सामाजिक संगठन प्रदेश की भाजपा सरकार की शह पर फल-फूल रहे हैं एवं प्रदेश में आतंक और भय का वातावरण निर्मित कर अपने उद्देश्यांे की पूर्ति कर रहे हैं।
प्रदेश कांगे्रस प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा और उससे जु़ड़े अनुवांशिक संगठनों के पदाधिकारी नहीं चाहते कि प्रदेश में दलितों के उत्थान के संबंध में किसी तरह की कार्ययोजनाओं को शुरू किया जाए। यही कारण है कि कार्यक्रम में बाधा पहुंचाते हुए बिना किसी औचित्य के एक विशिष्ठ अतिथि के साथ पुलिस की मौजूदगी में मारपीट होने की घटना से प्रदेशवासियों का सिर शर्म से झुक जाता है। स्वामी अग्निवेश के कार्यकलापों या उनसे व्यक्तिगत शिकायतों के मद्देनजर किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह प्रदेश की राजधानी में प्रदेश के बाहर से आये व्यक्ति के साथ इस प्रकार बेइज्जती करे।
श्री धनोपिया ने प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराजसिंह चैहान एवं गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता से मांग की है कि स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को रोकने के लिए जरूरी है कि उनके विरूद्व आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कथित संस्कृति बचाओ मंच के संयोजक बी.एल. तिवारी जो कि पूर्व में भी आपराधिक गतिविधियों में संलग्न हैं और चर्चा में रहे हैं एवं उनके साथियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, वरना प्रदेश की राजधानी में बाहर से आये अतिथियों का अपमान कांगे्रस पार्टी सहन नहीं करेगी और उसके विरूद्व कड़ा आंदोलन किया जावेगा।