भोपाल। शब्द यह नहीं थे लेकिन लव्वोलुआब यही था। फटकार नगरनिगम भोपाल के अधिकारियों को पिलाई जा रही थी, आसंदी पर थे श्री बाबूलाल गौर और अवसर था समीक्षा बैठक का। श्री गौर बतौर विभागीय मंत्री उपस्थित थे।
मिशन 2013 की चिंता में अब सभी अपने अपने इलाकों का खयाल रखने लगे हैं, तो फिर गौर साहब पीछे कैसे रहते। उन्हें भी अपना भोपाल कार्पोरेट सिटी की तरह क्लीन और ग्रीन चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वो टालमटोल वाले रवैये को बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं।
श्री गौर ने बताया कि भोपाल नगर में पेयजल एवं उसके वितरण की लगभग एक हजार करोड़ लागत की योजनाएँ संचालित की जा रहीं है। इनमें आपसी सामंजस्य के लिए नगर निगम पृथक से एक कंल्सलटेंट नियुक्त करे, जिससे आम जनता को समय पर योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने निजी कालोनियों में पेयजल का बल्क कनेक्शन देने की पारदर्शी नीति बनानें और पेयजल की उच्चस्तरीय टंकियों से किस क्षेत्र को पीने का पानी मिलेगा, इसकी विस्तृत जानकारी पुस्तिका के माध्यम से उपलब्ध करवानें के निर्देश दिए।
श्री गौर ने शहर को स्वच्छ रखने के लिए भोपाल शहर के सीवेज का मास्टर प्लान बनाने तथा पुराना एवं नया भोपाल, भेल क्षेत्र तथा होशंगाबाद केन्द्र पर विकसित हो रही कालोनियों के लिए पृथक-पृथक सीवेज प्लान तैयार करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने प्रत्येक निजी कालोनी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनवाने और सीवेज का निस्तारण उपयुक्त स्थान पर सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीवेज लाइन के नक्शे तैयार करने के निर्देश भी दिए।
नगरीय प्रशासनस मंत्री ने भोपाल नगर की सड़कों की ग्रेडिंग कर उनके विकास एवं रख-रखाव का प्लान तैयार करवाने के निर्देश दिए। इससे सड़को को दुरूस्त रखने में मदद मिलेगी। मंत्री श्री गौर ने शहर में ठोस अपशिष्ठ के निष्पादन की वैकल्पिक व्यवस्था शीघ्र करवाने तथा भानपुर खंती के विकास की योजना क्रियान्वित करने के लिए कहा।
बैठक में महापौर श्रीमती कृष्णा गौर, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री संजय शुक्ला, नगर निगम कमिश्नर श्री रजनीश श्रीवास्तव, और मुख्य अभियंता नगरीय प्रशासन श्री खरे भी उपस्थित थे।