भोपाल। भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश की उपाध्यक्ष उषा ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार देश की सांस्कृतिक परंपराओं के मंजक और सामाजिक समरसता को समाप्त करने वाले के रूप में आर्थिक नीतियां बना रही है। जो भी सब्सिडी सरकार देती है वह जनता का पैसा है, लेकिन केन्द्र सरकार इसी सब्सिडी में कटौती करने की आड में भारतीय समाज के संयुक्त परिवार की परंपरा को समाप्त कर रही है।
यदि संयुक्त परिवारों को रसोई गैस की सुविधा का लाभ उठाना है तो परिवारों को संयुक्त परिवार की मर्यादाओं को खंडित कर बाहर निकलना पडेगा। सब्सिडी का सिलेंडर लेने के लिए संयुक्त घर परिवार अब फेमिली में बंट जायेगा। इस विभाजन के साथ ही दिल बंट जायेंगे। सब्सिडी का फंडा देश की समृद्ध परंपराओं और रिश्तों को ढहाने में किया जा रहा है।
उषा ठाकुर ने कहा कि समाज की परंपराएं लंबी जद्दोजहद से बनती है। भारत में संयुक्त परिवार जैसी संस्था दुनिया के लिए विलक्षण उदाहरण है। भारत की परिवार परंपरा का दुनिया भर में स्वागत किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कितनी हैरत की बात है कि देश की सांस्कृतिक परंपराओं को खंडित करने के पीछे उन मल्टीनेशनल्स और कार्पोरेट घरानों के हित की बात है जो जीरो टैक्स कंपनियां है। सरकार से तमाम फायदे हासिल करने के बाद भी टैक्स नहीं देती, लेकिन उन्हें देश के आम आदमी को मिलने वाला सुकून भी गंवारा नहीं है।
पेट्रोलियम कंपनियों को मुनाफा दिलाने के लिए आम आदमी के सिर पर मंहगाई का बोझ डाला जा रहा है। केन्द्र सरकार के लिए आम आदमी नहीं कार्पोरेट कांग्रेस के साथ है।