मंत्री रामपाल ने अब भी प्रीति को बहू नहीं माना, कहा आरोप राजनीति से प्रेरित | MP NEWS

भोपाल/उदयपुरा। मध्यप्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह ने प्रीति रघुवंशी को अब भी अपनी बहू नहीं माना है जबकि उनके बेटे गिरजेश प्रताप सिंह और प्रीति रघुवंशी की शादी का प्रमाण पत्र सार्वजनिक हो चुका है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान से मुलाकात में उन्होंने सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। जबकि प्रीति के पिता का कहना है कि रामपाल सिंह केवल प्रीति को अपनी बहू की मान्यता दे दें, वो कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। 

प्रदेश अध्यक्ष और गृहमंत्री ने किया बचाव
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने बयान जारी कर रामपाल का बचाव किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हल्की राजनीति नहीं करनी चाहिए। जो सुसाइड नोट सार्वजनिक हुआ है, उसमें कहीं भी मंत्री या उनके परिजनों पर कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं। गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि युवती ने अपने सुसाइड नोट में किसी पर आरोप नहीं लगाए हैं, मामले में पुलिस जांच कर रही है, जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही होगी। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिर्फ इतना कहा कि मामले की जांच होगी। 

प्रीति के पिता ने यह आरोप लगाए हैं
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले रामपाल की बहू प्रीति रघुवंशी ने उदयपुरा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर ली थी। प्रीति के पिता चंदन सिंह ने पुलिस में शिकायत कर मंत्री रामपाल और उनके बेटे गिरजेश पर बेटी को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए। चंदन ने कहा था कि उन पर प्रीति की कहीं और शादी कराने को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा था। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि
इधर प्रीति की शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि उसकी मौत आत्महत्या है। प्रीति का उदयपुरा में ही पोस्टमार्टम हुआ। जिसमें गले पर वी का साइन मिला है। इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मेडिको लीगल के डाक्टरों द्वारा एंटी मॉरटम हैंगिंग (सुसाइड) लिखा गया है। उदयपुरा के स्वास्थ्य केंद्र में तीन डाक्टरों के दल में शामिल डॉ. गिरीश वर्मा, डॉ. विजय लक्ष्मी वर्मा और डॉ. राहुल रघुवंशी ने सुबह 10 बजे प्रीति का पीएम शुरू किया। जाे करीब एक घंटे तक चला। डॉ. राहुल रघुवंशी ने बताया कि प्रीति का बिसरा जांच के लिए सागर की प्रयोग शाला में भेजा है। 

उदयपुरा पुलिस ने भी माना प्रीति और गिरजेश की लवमैरिज हुई थी
पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश सिंह और प्रीति ने आर्य समाज मंदिर से शादी की थी। एसडीओपी बरेली राजाराम साहू का कहना है कि प्रीति के पिता चंदन सिंह और उनके बेटे को बयान दर्ज कराने नोटिस जारी किया गया है। उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। उनके द्वारा शादी से संबंधित जो दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएंगे उसकी तस्दीक की जाएगी। जल्द ही एक टीम भोपाल स्थित आर्य समाज मंदिर पहुंचकर गिरजेश सिंह और प्रीति की शादी से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल कर उन्हें जब्त करेगी। चंदन सिंह एवं परिजनों के बयान के बाद गिरजेश सिंह एवं अन्य लोगों को भी बयान के लिए बुलाया जाएगा। पुलिस को अभी गिरजेश सिंह के संबंध में जानकारी नहीं है। 

बच्ची को बहू मान लें हम कोई कार्रवाई नहीं करेंगे 
प्रीति के पिता चंदन सिंह रघुवंशी का कहना है कि उनकी बच्ची तो अब नहीं रही। बस मंत्री परिवार उसे बहू मान ले, वे उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं करेंगे। गिरजेश ने शादी करने के बाद उसकी बेटी को घर पर छोड़ दिया। गिरजेश की दूसरी शादी तय होने के बाद मेरी बच्ची टूट गई और उसने यह कदम उठा लिया। अब उसे न्याय मिलना चाहिए। 

लवमैरिज करने वाला मंत्रीपुत्र अब भी अंडरग्राउंड
प्रीति रघुवंशी को आर्य समाज मंदिर ले जाकर लवमैरिज करने वाला मंत्री रामपाल सिंह का बेटा गिरजेश प्रताप सिंह अब भी अंडरग्राउंड है। वो अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने भी सामने नहीं आया। 24 घंटे तक उसकी पत्नी का शव उसका इंतजार करता रहा। अंतत: प्रीति के परिवारजनों ने उसका अंतिम संस्कार किया। बता दें कि गुपचुप शादी के बाद गिरजेश प्रताप सिंह ने प्रीति को वापस उसके घर भेज दिया था और वादा किया था कि जल्द ही वो अपने पिता को मना लेगा। दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने या नहीं, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है। 

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