मंत्री पुत्र अंडरग्राउंड, प्रीति रघुवंशी का PM नहीं हो सका, लोगों में गुस्सा | MP NEWS

उदयपुरा/रायसेन। लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह राजपूत की बहू प्रीति रघुवंशी की खुदकुशी के मामले में नई जानकारी आ रही है कि मंत्री पुत्र गिरजेश अंडरग्राउंड हो गया है। ग्रामीण उसे बुलाने की मांग कर रहे हैं। उसकी प​त्नी प्रीति रघुवंशी ने शनिवार सुबह 5 बजे आत्महत्या कर ली थी। उसके शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका है। प्रीति के पिता का कहना है कि अंतिम संस्कार तो पति के हाथों ही होगा। इसलिए वो शव लेने को तैयार नहीं हैं। गांव में पुलिस तैनात है। 

लवमैरिज के बाद चुप रहने को कहा था मंत्रीपुत्र ने 
उदयपुरा स्वास्थ्य केंद्र में प्रीति का शव रखा है। देर रात तक अस्पताल के बाहर लोगों का जमावड़ा लगा रहा। इसके चलते आसपास के थानों से भी पुलिस फोर्स बुला लिया गया। मृतका के पिता चंदन सिंह रघुवंशी ने अाराेप लगाया है कि मंत्री के परिवार वाले प्रीति की शादी करने के लिए 15 दिन से काफी दबाव बना रहे थे। दबाव से आहत होकर प्रीति ने खुदकुशी की। गिरजेश ने शादी के बाद प्रीति से कहा था कि अभी घर पर मत बताना। मैं घर वालों को मना लूंगा, तब हम साथ रहेंगे। जब गिरजेश का रिश्ता तय हुआ तभी से प्रीति डिप्रेशन में आ गई थी। 

शादी के बाद भी छुप छुपकर मिलते रहे
उदयपुरा के लक्ष्मी चौक मोहल्ले में लोनिवि मंत्री रामपाल सिंह राजपूत का निवास है। उनके घर के सामने ही चंदन सिंह रघुवंशी का घर है। प्रीति और गिरजेश दोनों ही 10वीं पास हैं। घर आमने सामने होने से मंत्री पुत्र गिरजेश और प्रीति रघुवंशी के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। लोगों की मानें तो उनके बीच तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। 20 जून 2017 को आर्य समाज मंदिर में शादी कर दो दिन बाद उदयपुरा वापस आ गए। गिरजेश का मुख्य गांव केवट पिपरिया है। इसके बाद जब भी भोपाल से गिरजेश आता, दोनों उसी गांव में बने घर में मिलते थे। 

मंत्री पुत्र अंडरग्राउंड
लक्ष्मी चौक क्षेत्र के लाेगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रात में गिरजेश देखा गया था। हालांकि वह सुबह भोपाल चला गया। इसके बाद जब गिरजेश के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि वह भोपाल के नर्मदा हाॅस्पिटल में भर्ती है, लेकिन वह अस्पताल में भी नहीं दिखा। इसके अलावा वह अपने गांव केवट पिपरिया भी नहीं गया। अब सवाल यह उठता है कि आखिर गिरजेश है कहां। 

SP को इशारे का इंतजार
जगत सिंह राजपूत, पुलिस अधीक्षक रायसेन का कहना है कि मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है। जांच पड़ताल के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर कार्रवाई होगी। सुसाइड नोट का भी परीक्षण करवाया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि एसपी जगत सिंह राजपूत इस मामले में किसी विशेष के इशारे का इंतजार कर रहे हैं। यदि वो मिल गया तो कानून अपना काम करने लगेगा। 

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