दैत्यगुरु शुक्राचार्य अपनी सबसे परम प्रिय मूलत्रिकोण राशि तुला मॆ आ चुके है। शुक्र महाराज को कवि कहा गया है। संसार का वैभवविलास, भोग, ऐशोआराम इनके कारण ही है। जिस जातक की कुंडली मॆ शुक्र उच्च, मूल त्रिकोण या स्वराशि का होता है उसका वैवाहिक तथा आर्थिक जीवन अच्छा होता है। भले ही वह कैसी भी स्थिति मॆ पैदा हुआ हो। आकाशमंडल मॆ जब शुक्र ग्रह अच्छी स्थिति मॆ आता है तब संसार मॆ वैभव, विलासिता, आनंद तथा उत्सव का वातावरण बनता है। आइये देखते है शुक्र का भ्रमण विश्व तथा सभी राशियों को क्या परिणाम देने वाला है।
वाहन उद्योग, रत्न जवाहरात, फैशन उधोग, वस्त्र उद्योग, फिल्म उद्योग के लिये शुभ समय आ गया है। सभी प्रकार की विलासिता के कारोबारों मॆ वृद्धि होगी। स्त्री जगत के लिये शुभ समय।
विभिन्न राशियों पर असर
*मेष*-परिवार व्यापार के लिये शुभ समय,आमोदप्रमोद मांगलिक कार्यों का योग।
*वृषभ*-शारीरिक स्वास्थय का ध्यान रखें,गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें।
*मिथुन*-मनोरंजन आमोदप्रमोद के कार्यों मॆ समय व्यतीत होगा,मित्रों के साथ मस्ती मॆ समय व्यतीत होगा।
*कर्क*-नवीन वाहन का योग,सामाजिक क्षेत्रों मॆ सक्रियता मॆ वृद्धि होगीं,शुभ समय।
*सिंह*-आनंददायक यात्रा मॆ समय बीतेगा,कामकाज मॆ अच्छे संकेत मिलेंगे।
*कन्या*-आमदनी के स्त्रोत शुभ परिणाम देंगे,धन वृद्धि के योग,मांगलिक कार्यों का योग।
*तुला*-स्वयं के व्यक्तित्व विकास मॆ समय व्यतीत होगा,आनंद उत्सव के योग,शुभ समाचार प्राप्त होंगे।
*वृश्चिक*व्यय वृद्धि का योग,बाहरी क्षेत्रों मॆ प्रवास होगा,आमोदप्रमोद मॆ समय व्यतीत होगा।
*धनु*-आमदनी के स्त्रोत शुभ परिणाम देंगे,रोग,ऋण बीमारी शत्रु से जुड़ी समस्या सुलझेंगी।
*मकर*-कामकाज मॆ सफलता तथा वृद्धि के योग,शिक्षा,संतान से जुड़े मसलों मॆ सफलता का योग।
*कुम्भ*-भाग्यवर्धक समय,आर्थिक कामों मॆ सफलता मिलेगी,विलासिता आमोदप्रमोद के कार्यों के लिये शुभ समय।
*मीन*-गुप्त तथा जटिल समस्याओं को शांतिपूर्ण ढंग से हल करें,विवादों से बचें।
*प,चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"*
9893280184,7000460931