आरक्षण की समीक्षा जरूरी है: केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा

भोपाल। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री उमा भारती ने आरक्षण के संदर्भ में शिवराज सिंह सरकार की पॉलिसी के इतर जाते हुए बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आरक्षण संवैधानिक अधिकार है, लेकिन समय-समय पर इसकी समीक्षा करते रहना चाहिए कि किन लोगों को आरक्षण का अधिकार दिया जाए। उमा भारती ने कहा कि सामाजिक व्यवस्था में जड़ता आ गई थी। इसे दूर करने के लिए ही आरक्षण की व्यवस्था की गई है, लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आरक्षण किन लोगों को मिल रहा है। 

सड़क मामले में शिवराज का समर्थन
अमेरिका में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मप्र की सड़कों को लेकर दिए बयान का उमा भारती ने भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की भी कई सड़कें ऐसी हैं जो भारत से खराब हैं। राजधानी की वीआईपी रोड भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सड़क है। 

राहुल को गंभीरता से नहीं लेती
राहुल गांधी के सवाल पर उमा ने कहा कि मैं राहुल गांधी के बारे में सोच ही नहीं पाती हूं। मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेती। राहुल को अपनी गंभीरता बढ़ानी होगी। उनकी सबसे बड़ी चुनौती मोदी नहीं, खुद की इमेज है। व्यक्तिगत तौर पर मोदी को निशाना बनाने से यह लगता है कि राहुल के दिल में प्रधानमंत्री के लिए कितनी जलन है।

दिग्विजय सिंह बुलाएंगे तो जाऊंगी
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा में शामिल होने के सवाल पर उमा भारती ने कहा है कि यदि वे बुलाएंगे तो जरूर जाऊंगी। वे मेरे बड़े भाई हैं। बता दें कि दिग्विजय सिंह ने उमा भारती के खिलाफ मानहानि का दावा ठोक रखा है और पिछले दिनों चर्चा थी कि उमा भारती ने राजीनामा के लिए प्रयास किए थे परंतु सफल नहीं रहे। कहा जा सकता है कि उमा का यह बयान उसी राजीनामा की कोशिश का है। 

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