मुझे मालूम है शिवराज सरकार से कैसे निपटा जाए: सिंधिया

भोपाल। किसानों के लिए 'सत्याग्रह' पर बैठे सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज दूसरे दिन शिवराज सिंह सरकार पर जमकर हमले किए। उन्होंने कहा कि किसानों की सरकार किसानों के साथ साहूकारों जैसा व्यवहार कर रही है। हमें मालूम है इनसे कैसे निपटा जाए। जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिल जाता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। सांसद सिंधिया मीडिया से बात कर रहे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों की मौत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर दूसरे दिन भी हमला किया। वे दशहरा मैदान में बुधवार से 72 घंटे के सत्याग्रह पर बैठे हैं। कार्यक्रम में हुए बदलाव के बाद बुधवार को शुरू हुआ सत्याग्रह शुक्रवार 3 बजे तक भोपाल में चलेगा। इसके बाद सभी नेता खरगौन (खलघाट) के लिए रवाना होंगे जहां सत्याग्रह का समापन होगा। गुरुवार को सिंधिया ने कहा कि, सरकार कर्ज माफी का ऐलान क्यों नहीं करती? किसान परेशान हैं, उन्हें राहत देने के लिए कर्ज माफी होनी चाहिए।

सिंधिया ने कहा कि यह छल-कपट वाली सरकार है। किसानों के नाम सरकार बनी, लेकिन इसे किसानों की फिक्र नहीं है। सिंधिया ने ऐलान किया कि जब तक किसानों को न्याय नहीं मिल जाता, संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा सरकार किसानों के साथ साहूकारों की तरह व्यवहार कर रही है। किसानों, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को उनके घरों में घुसकर लठों से पीटा यह कैसी सरकार है।

सिंधिया ने कहा कि वो पब्लिक स्कूल में पढ़े हैं। वहां सिखाया जाता है कठिन से कठिन परिस्थितियों में कैसे काम करना है। हम अच्छी तरह जानते हैं कि इस परिस्थिति से किस तरह निपटा जाए। हम किसानों को उनका न्याय दिलाकर रहेंगे। देखते हैं यह सरकार कब तक किसानों को नजरअंदाज करती रहेगी।

बुधवार को बोले थे सिंधिया...
सिंधया ने कहा था-किसान आंदोलन के हिंसक होने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा किया गया उपवास नहीं, किसानों का उपहास था। पांच करोड़ रुपए खर्च कर किया गया उपवास 24 घंटे में ही चांदी के गिलास में नारियल पानी पीकर टूट गया।

सस्ते भाव में उपज बेचना किसानों की मजबूरी
कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के सत्याग्रह में पार्टी के सभी दिग्गज एक मंच पर आए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद कमलनाथ खरगौन जिले के खलघाट में शनिवार को 72 घंटे के सत्याग्रह के समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे।

दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र...
दिग्विजय ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने किसानों की उपज समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देश में इस साल दलहन की पैदावार जितनी देश में मांग है, उससे कहीं अधिक हुई है। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने दालों पर आयात शुल्क 0 प्रतिशत रखा है, जिससे प्रदेश के किसानों को उचित भाव नहीं मिल पा रहा है। नाफेड की खरीदी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से किसानों को सस्ते भाव में उपज बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है।

सीएम के हाथों छला जा रहा किसान: भूरिया
बुधवार को कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि प्रदेश का किसान राज्य सरकार के हाथों छला जा रहा है। राज्यसभा सांसद विवेक तनखा ने कहा कि आखिकार कौन सी ऐसी स्थिति निर्मित हो गई थी कि पुलिस को वाजिब मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गोली चलाना पड़ी। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हे सजा दिलवाने के लिए कांग्रेस किसानों की ओर से हाईकोर्ट में केस दायर करेगी। कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव और वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी ने भी संबोधित किया था।

मंदसौर गोलीकांड को लेकर नाराजगी
इससे पहले बुधवार को टीटी नगर दशहरा मैदान में सिंधिया 3.30 बजे पहुंचे। इससे पहले वे गांधी भवन गए, जहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कांग्रेसियों में मंदसौर में हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए 6 किसानों की मौत पर नाराजगी थी। कार्यक्रम में पार्टी के ज्यादातर विधायक शामिल हुए। 

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