BIHAR में पुलिसकर्मी की गंदी हरकत, छात्रा को देर तक दबोचे रहा, रोकने पर भी नहीं रुका

नई दिल्ली। विरोध प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं को रोकने के नाम पर महिला पुलिस मौजूद होने के बावजूद एक पुरुष पुलिस कर्मचारी ने प्रदर्शनकारी छात्रा को आपत्तिजनक तरीके से दबोच लिया। वहां मौजूद अधिकारियों ने उसे रोकने की कोशिश की परंतु वो नहीं माना। काफी देर तक उसने छात्रा को अपनी बाहों में बंधक बनाए रखा। पुलिस कर्मचारी के हाथ छात्रा की ब्रेस्ट पर थे। 

इंटर एग्जाम की कॉपियों की री-चेकिंग के लिए बुधवार को तारामंडल के पास बेली रोड को वामपंथी संगठनों की अगुआई में जाम किया जा रहा था। इस दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच नोकझोंक, हाथापाई और लाठीचार्ज तक हो गया। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को बुला लिया गया। महिला पुलिसकर्मी लड़कियों को रोक रही थीं और पुरुष पुलिसकर्मी लड़कों को। इसी बीच, एक लड़की को पुरुष पुलिसकर्मी ने दबोच लिया। इस दौरान पुलिस कर्मचारी के हाथ छात्रा के शरीर पर आपत्तिजनक स्थान पर थे। यह देख अधिकारियों ने पुलिस कर्मचारी को रोकने और छात्रा को उसके चंगुल से मुक्त कराने की कोशिश की परंतु पुलिसकर्मी नहीं माना और काफी देर तक छात्रा को इसी तरह दबोचे रहा। 

लाठीचार्ज में कई घायल
चक्काजाम के दौरान पुलिस ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज किया। इसमें कई स्टूडेंट्स घायल हो गए। एआईएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार का हाथ टूट गया। उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। लाठीचार्ज के बाद बेली रोड पर अफरातफरी मच गई। झड़प में कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।

8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स इंटर में फेल
इंटर के रिजल्ट में इस बार 8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स फेल हो गए थे। इसके विरोध में आंदोलन लगातार जारी है। 8 वामपंथी स्टूडेंट्स यूनियन ने 12 जून से भूख हड़ताल शुरू की है। वे स्क्रूटिनी बंद कर कॉपियों की री-चेकिंग करने, उसका रिजल्ट पब्लिश करने और पूरे मामले की हाई लेवल ज्यूडिशियल इन्क्वायरी की मांग कर रहे हैं। रिजल्ट निकलने के बाद से हर दिन स्टूडेंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस उन्हें लाठीचार्ज कर खदेड़ रही है। इस मसले का कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। मंगलवार देर रात दो स्टूडेंट्स की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुस्साए स्टूडेंट्स बैनर-पोस्टर लेकर सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। बुधवार को प्रदर्शन के दौरान भीषण गर्मी में जाम से लोगों को दिक्कतें हुईं, इस दौरान गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। राहगीरों की स्टूडेंट्स से बहस भी हुई।

जाम की जानकारी मिलने पर कोतवाली और अन्य थानों की पुलिस से स्टूडेंट्स की नोकझोंक हुई। पहले पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन स्टूडेंट्स नहीं माने। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को खदेड़ दिया। स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के बाद वाम संगठनों की एजुकेशन सेक्रेटरी आरएल चोंग्थू से बातचीत हुई। लेकिन यह बेनतीजा रही।

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