सरकारी दुकानों पर गरीबों का राशन खत्म, मक्का बांट रही है सरकार

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। जिले के चारो विकासखंडो में में संचालित 312 शासकीय उचित मूल्य की दुकानो में चावल की अनुपलब्धता के कारण जहां अब लगभग 1 लाख 56 हजार परिवारो को चावल की जगह मक्का बांटा जा रहा है, वहीं इस व्यवस्था का दुरूस्त करने के लिए नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा समर्थन मूल्य में खरीदी गई धान की मिलिंग के लिए जिले के 11 मिलरो द्वारा रजिस्ट्रेशन करा लिया है। जिनमें से 9 मिलरो ने मिलिंग भी प्रारंभ कर दी है। जिसके कारण  अब मिलिंग हुए चावल की क्वालिटी की जांच कर उन्हे एमडीएम व सांझा चूल्हा योजना अंतर्गत भेजा जाएगा। वहीं नागरिक आपूर्ति के जिला प्रबंधक एस.के.श्रीवास्तव ने बताया की जल्द ही जिले में चावल की अनुपल्बधता खत्म हो जाएगी और फिर से गरीबो को चावल वितरण किया जाएगा।

प्रत्येक माह 2400 एमटी चावल की खपत
जिले के चारो विकासखंडो जिनमें अनूपपुर में 56, कोतमा में 46, जैतहरी में 89 तथा पुष्पराजगढ़ में 121 शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित है। जहां पर 1 लाख 56 हजार परिवारो सहित छात्रावास, विद्यालयो एवं आंगनबाडी केन्द्रो में प्रत्येक माह 2400 मैट्रिक टन चावल की खपत है। जिसके लिए नागरिक आपूर्ति के जिला प्रबंधक एवं खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी ने पहले से ही कार्ययोजना बनाकर माध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत चावल की पूर्ति अनुपलब्धता के बाद भी कर ली गई है। वहीं जनवरी व फरवरी माह के खाद्यान्न आवंटन में द्वार प्रदाय योजना के माध्यम से जिले में ग्रामीणो को मक्का बांटा जा रहा है।

माध्यान्ह भोजन में चावल की कि गई उपलब्धता
जिले में संचालित 1161 प्राथमिक विद्यालय तथा 391 माध्यमिक विद्यालय के साथ ही 1030 आंगनबाडी केन्द्रो में छात्र-छात्राओ के लिए माध्यान्ह भोजन की व्यवस्था में 500 मैट्रिक टन चावल की खपत होती है, जिसके लिए नॉन के जिला प्रबंधक ने समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान को मिलिंग को प्रारंभ कराकर चावल की उपलब्धता कराकर उसे एमडीएम योजना में जिले के छात्र-छात्राओ के लिए छात्रावासो, विद्यालयो एवं आंगनबाडी केन्द्रो में वितरित की जाएगी।

चावल की गुणवत्ता के लिए समिति का गठन
जिले में सावर्जनिक वितरण प्रणाली का मूल उद्देश्य उपभोक्ताओ को सस्ते और रियायती दरो पर गुणवत्ता युवक आवश्यक उपभोग की वस्तुएं प्रदान करना है, जिसके लिए जिले में नागरिक आपूर्ति अधिकारी के जिला प्रबंधक एस.के. श्रीवास्वत ने बताया की जिले में प्रारंभ किए गए धान की मिलिंग पर मिलरो द्वारा जमा किए चावल की गुणवत्ता के लिए समिति का गठन किया गया है जिसमें नॉन के जिला प्रबंधक, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी, वेयर हाउस के नोडल अधिकारी तथा कलेक्टर के प्रतिनिधि  द्वारा चावल की गुणवत्ता की जांच की जाएगी तथा गुणवत्ता युक्त चावल को ही शासन के प्रत्येक योजनाओं के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से उपभोक्ताओ को वितरित  किया जाएगा।

इनका कहना है
जिले में चावल की अनुपलब्धता के कारण उपभोक्ताओ  को मक्का बांटा जा रहा है, वहंी जल्द ही चावल की उपलब्धता कराने के लिए धान को मिलिंग के लिए दिया गया है जिससे छात्रवासो, विद्यालयो व आंगनबाडी केन्द्रो मेंं चावल की कमी न हो।
एस.के.श्रीवास्तव, 
जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर

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