भोपाल। शीर्षक में दर्ज शब्द भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नहीं है परंतु उन्होंने अरविंदो सोसायटी के हिंदी क्षेत्र सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि जो कहा, उसका अर्थ यही निकाला जा रहा है। जबसे शिव का कैलाश पर आधिपत्य समाप्त हुआ है। कैलाश, गाहे बगाहे शिव को निशाना बना ही लेते हैं। बेलगाम अफसरशाही के बाद यह शिवराज पर तीखा हमला माना जा रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के तौर पर बिजली बिल माफ करूं तो यह लोकप्रिय निर्णय है, लोकहित का नहीं। कमजोर लोग लोकप्रिय निर्णय लेते हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि इस सच को स्वीकार करना होगा कि सरकार पांच साल की चिंता करती है। ताकि अगले चुनाव में जीत हासिल कर सके। हमें लोकप्रिय और लोकहित कार्यक्रमों में संतुलन बैठाना होगा। प्रजातंत्र की कुछ खूबसूरती है तो एक कमी यह भी है। साहसी लोग लोकहित के निर्णय लेते हैं। वहीं कमजोर सरकार लोकप्रिय निर्णय लेती है।
बता दें कि शिवराज सिंह ने बतौर मुख्यमंत्री ऐसी कई योजनाएं शुरू की हैं जो लोगों को मुफ्त में काफी कुछ मुहैया करा रहीं हैं। इसमें जीवन यापन के लिए जरूरी वस्तुओं के अलावा बहुत कुछ है। मध्यप्रदेश की राजधानी में कैलाश का उद्बोधन, शिवराज सरकार की समीक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है।
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कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। उनका अपना सोचना है। लोकप्रियता और लोकहित एक-दूसरे के पूरक हैं। केंद्र और राज्य सरकार दोनों मसलों पर जिम्मेदारी से काम कर रही हैं।
दीपक विजयवर्गीय, मुख्य प्रवक्ता, भाजपा