
निधी जोशी ने बताया कि मां की मौत के बाद 16 वर्षीय पीड़िता अपनी 10 और 8 वर्षीय बहनों के साथ जनता क्वार्टर में अकेली रहती है। उसके पिता दूसरी शादी के बाद उनके साथ नहीं रहते हैं। पीड़िता से उसका एक परिचित करीब 1 साल से यौन शोषण कर रहा था। आरोपी की उम्र भी करीब 20 साल बताई जाती है। छह महीने पहले आरोपी ने बुआ के घर पर उससे ज्यादती की थी। इस दौरान तीन बार उसका गर्भपात भी कराया गया। आरोपी के कहीं और शादी का पता चलने के बाद पीड़िता ने विरोध जताया, तो परिजनों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
इतना ही नहीं आरोपियों ने उनके खिलाफ थाने में देह व्यापार से जुड़े होने की शिकायत कर दी। निधी के अनुसार इसी से परेशान होकर शनिवार दोपहर पीड़िता ने उनसे संपर्क किया। उन्होंने पूरी बात सुनने के बाद शाम 5 बजे ऐशबाग पुलिस से शिकायत की। निधी ने आरोप लगाए कि ऐशबाग थाना प्रभारी राजीव जंगले ने बच्ची से अभद्र भाषा में बात करते हुए उसकी रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया। करीब 5 घंटे तक थाने में इंतजार कराने के बाद उन्होंने हमसे कहा कि थाने में महिला कर्मचारी नहीं है। रिपोर्ट दर्ज कराने वे महिला थाने पहुंचे। यहां भी हमसे कहा गया कि टीआई मैडम नहीं है। वे कल आ जाएं तो रिपोर्ट दर्ज हो जाएगी।
देर रात पहुंची थाना प्रभारी ने दर्ज की रिपोर्ट
टीआई संध्या मिश्रा सूचना मिलने के बाद थाने पहुंची। उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत सुनने के बाद हमने रिपोर्ट ले ली है। इसके अनुसार ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता टीआई ने देरी को लेकर लगे आरोप के जवाब में बताया कि थाने में पीड़िता रात करीब साढ़े 9 बजे आई थी। सूचना मिलते ही मैं थाने आ गई।
इनका कहना
हमने उनसे लिखित शिकायत ली थी। मामला पास्को था, इसलिए हमने उन्हें महिला थाने जाने की सलाह दी थी। क्योंकि नाबालिग का मामला महिला सब इंस्पेक्टर रैंक की अधिकारी ले सकती हैं और हमारे पास महिला सब इंस्पेक्टर नहीं थी। मुझ पर लगे आरोप झूठे हैं।
राजीव जंगले, टीआई ऐशबाग पुलिस थाना