जबलपुर। पाटन जनपद पंचायत की महिला सीईओ सविता कामले ने एक बिल पास करने के बदले 10 हजार की रिश्वत मांगी थी। धमकी दी थी कि यदि रिश्वत नहीं दी तो बिल भी लटक जाएगा और जब लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया तो फूट फूटकर रोने लगीं। लेकिन उनके आंसुओं का किसी पर कोई असर नहीं हुआ और सविता के खिलाफ मामला दर्ज कर प्रक्रिया पूरी की गई।
लोकायुक्त डीएसपी आरबी शर्मा ने बताया कि पाटन के गुरूपिपरिया पंचायत के सचिव भैयाजी पटेल ने एसपी पद्मविलोचन शुक्ल को शिकायत दी थी कि उन्होंने अपने क्षेत्र में एक रोड का निर्माण कार्य किया था। जिसके बिल को पास करने के एवज में जनपद पंचायत सीईओ सविता कामले 10 हजार रुपए बतौर रिश्वत मांग रहीं हैं। कहा है कि पैसे नहीं दिए तो बिल भी पास नहीं होगा।
शिकायत के बाद जांच की गई और फिर भैयाजी पटेल ने सविता कामले से पांच हजार में बात तय कर ली। बुधवार 03 अगस्त 2016 की दोपहर भैयाजी पटेल पाटन जनपद कार्यालय पहुंचा और सीईओ सविता कामले के चेम्बर में पहुंचकर उसने पांच हजार रुपए दिए। सविता ने पैसे लेकर तत्काल अपनी टेबल के ड्रॉज में रख दिए। इसी बीच लोकायुक्त टीम ने दबिश दे दी और सविता कामले का भांडा फूट गया।