भोपाल। इग्नू दिल्ली द्वारा जून 2011 में डीएलएड पाठ्यक्रम शुरू किया गा था। जिसकी परीक्षा 2013 में ली गई यह डिप्लोमा डीएड के समकक्ष है जो संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्राथमिक स्तर के लिए आवश्यक है। जिसका परिणाम आज तक भी घोषित नही किया गया है। छात्र हाईकोर्ट गए। निर्णय आया कि द्वितीय वर्ष में प्रवेश दो, इग्नू ने प्रवेश तो दे दिया लेकिन अब प्रवेश पत्र रोक लिए। परीक्षा 23 जून को है।
इस पर विद्यार्थियों ने माननीय मुख्यमंत्री जी के कार्यालय तथा वल्लभ भवन में कई अर्जिया दी किन्तु वहा से केवल बहाने बाजी की गई इस मुद्दे का कोई संतोष जनक निराकरण किया गया। विद्यार्थियों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर मे शरण ली याचिका क्रमांक डब्ल्यू पी 5290/2014 एवं 4750/2015 मामला इग्नू के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया था। जिसमें हम छात्रों को द्वितीय परीक्षा में बैठने की अनुमति मिल गई। छात्रों द्वारा द्वितीय परीक्षा के लिए प्रवेश आवेेदन परीक्षा शुल्क के साथ जमा कराए गए लेकिन प्रवेश पत्र अभी तक जारी नही किये गए है। 23 जून 2015 परीक्षा होनी थी। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ पर खिलवाड़ किया जा रही है। इग्नू के माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की भी अवहेलना की जा रही है। जिसका आदेश क्रमांक डब्ल्यू पी 5290/2014 है। इग्नू द्वारा प्रवेश पत्र रोक दिए गए जिससे वह परीक्षा में बैठ नही सकते है।
नोट: इस संदर्भ में इग्नू की अधिकृत प्रतिक्रिया जानने के लिए हमने इग्नू के वाइस चांसलर को ईमेल किया है। देखते हैं वो क्या प्रतिक्रिया दर्ज कराते हैं।
Update: इस आरोप के विरुद्ध इग्नू ने भोपाल समाचार को भेजे ईमेल में बताया है कि उन्होंने किसी के प्रवेश पत्र नहीं रोके। पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
http://www.bhopalsamachar.com/2015/06/blog-post_279.html
नोट: इस संदर्भ में इग्नू की अधिकृत प्रतिक्रिया जानने के लिए हमने इग्नू के वाइस चांसलर को ईमेल किया है। देखते हैं वो क्या प्रतिक्रिया दर्ज कराते हैं।
Update: इस आरोप के विरुद्ध इग्नू ने भोपाल समाचार को भेजे ईमेल में बताया है कि उन्होंने किसी के प्रवेश पत्र नहीं रोके। पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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