जबलपुर, 20 नवंबर 2025: सातवां वेतनमान के बाद उम्मीद और योग्यता से कहीं अधिक वेतन मिलने के बावजूद मध्य प्रदेश से रिश्वतखोरी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। जबलपुर में स्कूल शिक्षा विभाग के विकासखंड शिक्षा अधिकारी का बाबू, ट्रांसफर होकर आए एक शिक्षक से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
BEO वेतन जारी नहीं कर रहा था
यह कार्रवाई बालाघाट से जबलपुर स्थानांतरित होकर आए शिक्षक नन्हे सिंह धुर्वे की शिकायत पर की गई। शिक्षक नन्हे सिंह धुर्वे प्राथमिक शिक्षा पिपरिया में पदस्थ हैं और उन्होंने जून 2025 में कार्यभार ग्रहण किया था। स्थानांतरण के बाद उन्हें जुलाई में मिलने वाली वेतन वृद्धि और रुका हुआ वेतन जारी नहीं किया जा रहा था।
बाबू ने बताया रिश्वत दोगे तो काम हो जाएगा
शिक्षक ने BEO कार्यालय के बाबू शशिकांत मिश्रा से संपर्क किया। मिश्रा ने काम करने में टालमटोल की और बाद में 2 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। बातचीत के बाद रिश्वत की राशि 1500 रुपए तय हुई। शिक्षक नन्हे सिंह धुर्वे ने बुधवार को जबलपुर लोकायुक्त एसपी से शिकायत की। शिकायत के सत्यापन के बाद गुरुवार दोपहर लोकायुक्त टीम ने BEO कार्यालय के बाहर शशिकांत मिश्रा को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
लोकायुक्त निरीक्षक बृजमोहन के अनुसार, आरोपी शशिकांत मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, 13(1)(B) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक राहुल गजभिए, बृजमोहन सिंह नरवरिया, निरीक्षक जितेंद्र यादव सहित लोकायुक्त की पूरी टीम शामिल थी।
.webp)