आसमान की फिजूलखर्ची ने फिर से अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से 25 अक्टूबर 2025 को सात दिन का मौसम पूर्वानुमान आ गया है, जिसमें पूरे देश में अलग-अलग इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। खासकर दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में तो मानो बादलों ने ठान लिया है कि जमकर पानी बरसाएंगे। अगर आप तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश या ओडिशा के आसपास रहते हैं, तो छाते और रेनकोट तैयार रखिए, वरना गीले होकर ही रह जाना पड़ेगा।
बंगाल की खाड़ी में चक्रवर्ती तूफान उठने वाला है
सबसे पहले तो, पूर्व-मध्य अरब सागर पर एक अवदाब (Depression) बैठा हुआ है, जो बादलों को इकट्ठा कर रहा है। लेकिन असली खेल तो दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में चल रहा है। वहां का अवदाब 27 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र, चक्रवाती तूफान में बदलने वाला है। ये खबर चक्रवाती तूफान की संभावना वालों के लिए IMD चेतावनी की तरह है, तो सतर्क रहिए। तटीय इलाकों में हवाएं तेज हो सकती हैं, और समुद्र किनारे रहने वालों को थोड़ा सा सावधान होना चाहिए।
दक्षिण भारत के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी
अब आते हैं दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत की बात पर। तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में 25 से 28 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश तो होगी ही, लेकिन 27 तारीख को कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 26 से 30 तक, रायलसीमा में 26 से 29 तक, तेलंगाना में 27 से 29 तक गरज-चमक के साथ बारिश की बौछारें गिरेंगी। खासकर दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 27 को, तटीय आंध्र में 28-29 को, और रायलसीमा में 27-28 को अत्यंत भारी वर्षा (21 सेंटीमीटर से ज्यादा) हो सकती है। अगले पांच दिनों में बिजली कड़कने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज हवाओं के साथ गरज वाली बारिश का सिलसिला चलेगा। ये सब सुनकर लगता है, खेतों में पानी भर जाएगा, लेकिन बाढ़ की आशंका से सावधान रहें।
तूफान के बदले छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी बरसेंगे
पूर्वी और मध्य भारत में भी हालात ज्यादा अच्छे नहीं। पश्चिम मध्य प्रदेश में 26-27 को, छत्तीसगढ़ में 28-29 को हल्की-मध्यम बारिश के साथ भारी बौछारें। ओडिशा में 27 से 30 तक, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल में 28-30 तक, झारखंड में 29-30 को, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में 30-31 को अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी वर्षा। अंडमान और निकोबार में तो 25-26 को ही शुरू हो जाएगी। दक्षिण ओडिशा में 28-29 को अत्यंत भारी बारिश का खतरा। यहां भी बिजली और 30-50 किमी/घंटा की हवाओं के साथ गरज बरसेगी, खासकर अंडमान-निकोबार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में। गांव के बुजुर्ग कहते हैं, ऐसे मौसम में घर की छत चेक कर लो, वरना टपकने लगेगी।
पश्चिम भारत की ओर मुड़ें तो कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र में 25 को हल्की-मध्यम बारिश के साथ भारी। दक्षिण कोंकण-गोवा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में 27 को, गुजरात में 25-28 तक, सौराष्ट्र में 26 को बहुत भारी वर्षा। अगले चार-पांच दिनों में गरज-चमक के साथ बारिश जारी रहेगी। सौराष्ट्र के किसान भाई, फसलें संभाल लो।
पूर्वोत्तर भारत में थोड़ी राहत, लेकिन असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 29-31 तक और अरुणाचल में 30 को हल्की-मध्यम बारिश के साथ भारी बौछारें।
अंत में उत्तर पश्चिम भारत: पूर्वी और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में 26-28 तक हल्की-मध्यम बारिश, और 27 को पूर्वी राजस्थान में भारी वर्षा का अनुमान।
ये सब मौसम पूर्वानुमान 2025 की IMD रिपोर्ट पर आधारित है, जिसमें बहु-मौसम संबंधी चेतावनी दी गई है। भारी वर्षा, चक्रवाती तूफान और गरज-चमक वाली बारिश से सावधान रहें। अगर आपका इलाका इनमें शुमार है, तो लोकल न्यूज और अलर्ट्स पर नजर रखें। पानी तो जरूरी है, लेकिन ज्यादा हो तो मुसीबत। सुरक्षित रहें, और खेत-पाती का ध्यान रखें।
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