दिल्ली पुलिस द्वारा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से गिरफ्तार किया गया युवक अदनान खान, आतंकवादियों की आईटी सेल में काम करता था। 12वीं में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाला अदनान खान रिजल्ट आने के बाद से ही एक्टिव हो गया था। आतंकवादी संगठन में उसका नाम अबु मोहम्मद है जबकि सोशल मीडिया पर कई काल्पनिक नाम से सक्रिय था। इंस्टाग्राम पर "खिलजी" के नाम से फेमस था। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के लोगों में नफरत को इतना बढ़ाना था कि वह सामाजिक हिंसा के लिए तैयार हो जाएं।
सोशल मीडिया के माध्यम से भारत में गृह युद्ध की तैयारी की जा रही है
दिल्ली पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद बताया गया कि, भोपाल के अदनान खान को 4 जून 2024 को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। तब उसने सोशल मीडिया पर वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियो सर्वे का ऑर्डर देने वाले जज का फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा था "काफिरों का खून आपके लिए हलाल है..."।
26 सितंबर 2024 को एक अच्छा विद्यार्थी होने के नाते कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी लेकिन जमानत मिलने के बाद वह और ज्यादा एक्टिव हो गया। उसने कई यूट्यूब चैनल बनाई, सोशल मीडिया पर प्रोफाइल और पेज बनाए। इसके माध्यम से वह अपने समाज के लोगों में इतनी अधिक नफरत भरने का प्रयास करता था कि वह हिंसा के लिए तैयार हो जाए। जब कोई उसके इनफ्लुएंस में आ जाता तो 'सात-उल-उम्माह' और 'वॉयस ऑफ इंडिया' नाम के ग्रुप में उसको शामिल कर लिया जाता था। जहां अदनान का कमांडर लोगों को उनकी योग्यता और क्षमता के अनुसार काम देता है।
दिल्ली वाले अदनान से उसका संपर्क इसलिए हुआ क्योंकि दिल्ली वाला अदनान वीडियो एडिटिंग का काम करता था। भोपाल वाले अदनान खान ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि 10 साल की उम्र तक उसने मदरसा में पढ़ाई की है। इस दौरान ही वह विचारधारा से जुड़ गया था। उसमें संकल्प लिया था कि जब वह काबिल हो जाएगा तो विचारधारा के लिए काम करेगा। 12वीं में 90% अंक प्राप्त करने के बाद, जब सब ने कहा कि वह काबिल हो गया है, तुम उसने आतंकवादी संगठन की विचारधारा के लिए काम करना शुरू कर दिया।
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