जलवायु के मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेने वाले भारतीय राजनीति के प्रमुख लोग भी अब जलवायु परिवर्तन का शिकार होने लगे हैं। मध्य प्रदेश के बैतूल में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। ह्यूमिडिटी के कारण उनको चक्कर आए और सरकारी अस्पताल की हालत खराब होने के कारण प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवाने के लिए जाना पड़ा।
हेमंत खंडेलवाल: उंगली में चोट के कारण चक्कर आ गया था
हेमंत खंडेलवाल के साथ मौजूद जिला भाजपा उपाध्यक्ष कृष्णा गायकी ने बताया कि भीड़ के समय वे वाहन के गेट पर थे। तभी अचानक जीप का गेट बंद कर दिया गया, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष की दो उंगलियां दब गई। इसके बाद उनसे खून आने लगा। मैंने उन्हें देखा तो उनकी तबीयत कुछ बिगड़ी लगी, तुरंत डीजे बंद करवाया, निजी अस्पताल ले गए। जहां जांच में सब कुछ सामान्य पाया गया। एक्सरे में भी कोई समस्या नजर नहीं आई। डॉ. देवेंद्र चढ़ोकर ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि उनकी उंगली में चोट और तेज दर्द के कारण चक्कर आया। फिलहाल उनकी स्थिति पूरी तरह सामान्य है। उन्हें इसके बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
बता दें कि, प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद खंडेलवाल पहली बार आठनेर पहुंचे थे। उनके स्वागत में नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा, तुलादान और स्वागत समारोहों का आयोजन किया। अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही प्रदेशाध्यक्ष खंडेलवाल ने कार्यकर्ताओं के जोश और जनता के स्वागत को देखते हुए फिर से रोड शो में हिस्सा लिया। वे नगर में आयोजित सभी स्वागत समारोहों में उपस्थित रहे और लोगों का आभार व्यक्त किया।
डॉक्टर ने दी आराम करने की सलाह
प्राइवेट डॉक्टर द्वारा मीडिया को दिए गए बयान के बाद आठनेर बीएमओ (सरकारी डॉक्टर) डॉ. सचिन आहतकर ने बताया कि आज प्रदेशाध्यक्ष के दौरे के समय मौसम भी अनुकूल नहीं था, उन्हें अचानक चक्कर आ गया। इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में एडमिट किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। जहां उनका उपचार किया गया। उन्हें आराम करने की सलाह दी है। कृपया ध्यान दीजिए कि इस समय मौसम अनुकूल नहीं होने का मतलब है क्लाइमेट चेंज। यह पर्यावरण नहीं जलवायु का विषय है। जबकि नेताओं को प्रदूषण, पर्यावरण, मानसून और जलवायु में अंतर तक नहीं पता है। रिपोर्ट: मुकेश शुक्ला।