टीकमगढ़ जिले के चंदेरा थाना अंतर्गत विजयपुर गाँव में 6 जुलाई को हुए नरबली हत्या कांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक मनोहर मंडलोई ने बताया कि घटना स्थल पर मृतक अखलेश कुशवाहा की गर्दन धड़ से अलग कटी हुई मिली थी। सूचना मिलते ही चंदेरा पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया और अपराध क्रमांक 139/2025 धारा 103(1) BNSS के तहत मामला दर्ज किया।
पंचायत चुनाव में अखलेश ने विरोध में प्रचार किया था
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार टीमें गठित कीं और संदेही संतोष अहिरवार, उम्र 39 वर्ष, निवासी विजयपुर, को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में संतोष ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि हत्या के पीछे पुरानी रंजिश थी। आरोपी की पत्नी ने ग्राम पंचायत election में हिस्सा लिया था, जिसमें मृतक अखलेश ने विरोध में प्रचार किया था। इसके अलावा, अखलेश ने आरोपी की दुधारू गाय का सींग तोड़ दिया था, जिससे विवाद बढ़ गया।
घटना वाली रात संतोष और अखलेश पठुलिया बाबा की चौतरिया पर बैठकर cannabis (गांजा) पी रहे थे। नशे की हालत में पुराने विवाद को लेकर कहासुनी हुई, जिसके बाद संतोष ने गुस्से में आकर धारदार axe (कुल्हाड़ी) से अखलेश पर तीन बार वार किया, जिससे उसकी गर्दन धड़ से अलग हो गई। पुलिस ने आरोपी से हत्या में प्रयुक्त axe और blood-stained clothes को सिद्ध बाबा मंदिर के पास सपरार नदी के किनारे से बरामद किया। आरोपी को court में पेश किया गया, जहाँ से उसे jail भेज दिया गया।
चंदेरा थाना प्रभारी रश्मि जैन ने बताया कि मृतक अखलेश का पिता गोला कुशवाहा cancer से पीड़ित था और उसकी मृत्यु इसी बीमारी के कारण हुई थी।