SSC PROTEST: दिल्ली में अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे कोचिंग शिक्षकों पर लाठीचार्ज

भारत की राजधानी दिल्ली में आज कर्मचारी चयन आयोग की नीतियों और हाल ही में लिए गए फैसलों के खिलाफ हजारों अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। जब तक जंतर मंतर में प्रदर्शन चल तब तक सब ठीक था लेकिन जैसे ही प्रदर्शन कार्यो ने डीओपीटी की तरफ आगे बढ़ना शुरू किया पुलिस ने उन्हें रोका और अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे कोचिंग शिक्षकों पर बल प्रयोग किया। 

कर्मचारी चयन आयोग उम्मीदवारों की समस्याएं

1. परीक्षाओं के आयोजन में बार-बार देरी और अव्यवस्था पाई गई।
2. उत्तर कुंजी में अनेक त्रुटियाँ देखी गईं, जिससे छात्रों का मानसिक तनाव बढ़ा है।
3. परीक्षा परिणामों में पारदर्शिता का पूर्णतः अभाव रहा।
4. सबसे चिंताजनक बात यह है कि कई परीक्षा केंद्रों पर छात्राओं को रात 10 बजे तक परीक्षा केंद्रों में रोके रखा गया। यह न केवल प्रशासनिक विफलता है, बल्कि छात्राओं की गरिमा और सुरक्षा से किया गया गंभीर समझौता है।
5. जब छात्रों ने शांतिपूर्ण ढंग से अपनी समस्याएँ उठाईं, तो उनके साथ पुलिस द्वारा अमानवीय व्यवहार किया गया और उन्हें आतंकियों की तरह घेरा गया। यह लोकतंत्र के मूल्यों पर सीधा प्रहार है।

SSC अभ्यर्थियों की मांग 

1. SSC परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए।
2. उत्तर कुंजी और परिणामों की पुनः समीक्षा के लिए एक स्वतंत्र तकनीकी समिति का गठन हो।
3. सभी निजी एजेंसियों की भूमिका की जांच कर जवाबदेही तय की जाए।
4. छात्राओं की सुरक्षा से संबंधित घटनाओं की स्वतंत्र जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए।
5. छात्रों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार की रक्षा की जाए और जिनके साथ दमनात्मक कार्रवाई की गई, उन्हें न्याय दिया जाए।

पुलिस ने शिक्षकों को हिरासत में लिया

मौके पर कोचिंग शिक्षकों के साथ अभ्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद दिल्ली पुलिस बसें लाईं और शिक्षकों को बस में भरकर ले गई। मौजूद शिक्षकों में गणित के शिक्षक अभिनय के साथ-साथ नीतू सिंह, राकेश यादव, आदित्य रंजन समेत कई शिक्षक मौजूद थे। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में कई शिक्षकों ने आरोप लगाया कि उनके साथ बर्बरता की गई। सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो में बताया जा रहा है कि एक शिक्षक का हाथ टूट गया है। शिक्षकों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा उन पर बर्बरता की गई और महिला शिक्षकों को गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिस भी नहीं थी। उपरोक्त सभी आप सोशल मीडिया पर अभ्यर्थियों द्वारा लगाए जा रहे हैं।

दिल्ली पुलिस अथवा कर्मचारी चयन आयोग का बयान 

इस मामले में दिल्ली पुलिस अथवा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से कोई बयान नहीं आया है प्रदर्शन कार्यो ने लाठीचार्ज का आरोप लगाया है परंतु दिल्ली पुलिस ने इसका खंडन नहीं किया है।

FACT CHECK: सोशल मीडिया पर AI का भरपूर प्रयोग 

कर्मचारी चयन आयोग के खिलाफ दिल्ली में अभ्यर्थियों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर कई फोटो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर के माध्यम से क्रिएट करके वायरल किया जा रहे हैं। किसी फोटो में प्रदर्शनकारियों की भारी संख्या बताई गई है तो किसी फोटो में पुलिस को लाठी चार्ज करते हुए दिखाया गया है। हालांकि इमेज जनरेट करने वाले लोग भूल गए की फोटो में कुछ खाकी वर्दी वाले लोग लाठी तो बरसा रहे हैं परंतु वह दिल्ली पुलिस के लोग नहीं है।
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