Dr Mohan Yadav श्रद्धांजलि के लिए गए थे, इन्वेस्टमेंट और रोजगार का ऑफर दे आए

डॉ. मोहन यादव की कुछ खास बातें उन्हें दूसरों से अलग करती हैं। डॉ. मोहन भारत के सबसे उच्च शिक्षित मुख्यमंत्री हैं, लेकिन वे सूट-बूट वाले नेता नहीं हैं। जहां भी जाते हैं, मुख्यमंत्री के दायित्व को ध्यान में रखते हैं और कोशिश करते हैं कि Madhya Pradesh के लिए समय का अधिकतम सदुपयोग हो सके। Jodhpur में Railway Minister के पिता को श्रद्धांजलि देने गए थे, साथ ही Handicraft के कारीगरों और कारोबारियों को Madhya Pradesh में काम करने का Offer भी दे आए।

CM Mohan Yadav ने Jodhpur में Railway Minister के पिता को दी श्रद्धांजलि  

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को Rajasthan के Jodhpur प्रवास के दौरान केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और Electronics and Information Technology Minister श्री अश्विनी वैष्णव के निवास पर पहुंचकर उनके पिता स्वर्गीय श्री दाऊलाल वैष्णव को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री दाऊलाल वैष्णव का निधन 8 जुलाई को हो गया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वर्गीय दाऊलाल वैष्णव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और बाबा महाकाल से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव एवं उनके परिजनों से भेंट कर उन्हें दुख की घड़ी में सांत्वना प्रदान की।

CM Mohan Yadav: Jodhpur में Handicraft और Furniture Industry के लिए Investment का ऑफर

ऐसे अवसरों पर सामान्य तौर पर दो प्रकार की बातें होती हैं। पहले, मध्य प्रदेश के एक लोकप्रिय नेता के रूप में, वे ऐसा कुछ करने की कोशिश करते हैं ताकि Rajasthan की Media में Headlines बन सकें। दूसरे, समय का सदुपयोग व्यक्तिगत संबंध बनाने और बढ़ाने में करते हैं। लेकिन डॉ. मोहन यादव ने कुछ अलग किया। वे श्रद्धांजलि देने गए थे, लेकिन वहां भी Madhya Pradesh के लिए Investment और Employment के अवसर छोड़कर आए। Rajasthan के पत्रकारों से बात करते हुए Madhya Pradesh के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, "मैं Jodhpur आया हूं। मैं जानता हूं कि Jodhpur में कई प्रकार के Furniture और लकड़ी से बने Handicraft की निर्माण इकाइयां हैं। Madhya Pradesh में लगभग 33% वन क्षेत्र है, इसलिए मैं अपने अधिकारियों के साथ यहां के Furniture Manufacturers को अवसर देने आया हूं।"

डॉ मोहन यादव के बयान का क्या असर होगा 

डॉ मोहन यादव के बयान से हैंडीक्राफ्ट के कारोबारी और कारीगर आकर्षित होंगे। उनके सामने मैसेज बिल्कुल क्लियर है, मध्य प्रदेश सरकार उनको सब्सिडी और सपोर्ट देने के लिए तैयार है। राजस्थान के ऐसे हैंडीक्राफ्ट कारोबारी और कारीगर जो जोधपुर एवं राजस्थान में किसी भी कारण से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं, वह मध्य प्रदेश में संभावनाओं की तलाश में आ सकते हैं। इसके कारण मध्य प्रदेश में हैंडीक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की संभावना बढ़ जाती है और इसी के साथ रोजगार की संभावना भी बढ़ जाती है। 

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