New discovery - समुद्र में 2300 फीट नीचे, 1.20 लाख साल पुराना शहर मिला

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अटलांटिक महासागर की गहराइयों में वैज्ञानिकों ने एक अनोखी अंडरसी वर्ल्ड की खोज की है, जिसे "लॉस्ट सिटी" नाम दिया गया है। 2,300 फीट से अधिक गहराई में स्थित यह हाइड्रोथर्मल वेंट फील्ड, 120,000 वर्षों से अधिक समय से अस्तित्व में है। यह खोज Mid-Atlantic Ridge पर हुई है, जो टेक्टोनिक प्लेट्स के बीच की सीमा पर स्थित है। यहां बड़े पैमाने पर खनिज टावर मौजूद है। इसलिए वैज्ञानिकों को लगता है कि, समुद्र की गहराई में मिले इस शहर का पृथ्वी के प्रारंभिक जीवन से कोई तो रिश्ता है। 

Lost City एक पहाड़ पर बनाई गई थी, पूरा पहाड़ समुद्र में डूब गया

लॉस्ट सिटी हाइड्रोथर्मल फील्ड, मिड-अटलांटिक रिज पर एक underwater mountain की ढलानों पर स्थित है। यह रिज अटलांटिक महासागर को पार करने वाली एक विशाल पर्वत श्रृंखला है और भूगर्भीय गतिविधियों का केंद्र है। सामान्य हाइड्रोथर्मल वेंट्स (जो ज्वालामुखी गर्मी से संचालित होते हैं) के विपरीत, लॉस्ट सिटी पृथ्वी की मेंटल से रासायनिक ऊर्जा पर निर्भर करती है। इसकी कार्बोनेट चट्टानों के टावर, serpentinization नामक भूगर्भीय प्रक्रिया से बने हैं, जहां समुद्री जल गर्म चट्टानों के साथ रासायनिक प्रतिक्रिया करता है। यह प्रक्रिया प्राचीन पृथ्वी की परिस्थितियों को समझने में महत्वपूर्ण है। 

Lost City में ऑक्सीजन और प्रकाश के बिना भी जीवन मौजूद है

लॉस्ट सिटी का सबसे रोमांचक पहलू यह है कि यह सूर्य प्रकाश और ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में भी microbial life को समर्थन देती है। यहां मौजूद सूक्ष्मजीव मीथेन और हाइड्रोजन जैसे रसायनों का उपयोग करके जीवित रहते हैं, जो समुद्री जल और मेंटल चट्टानों की प्रतिक्रिया से उत्पन्न होते हैं। ये सूक्ष्मजीव पूर्ण अंधेरे में रहते हैं और हाइड्रोथर्मल वेंट्स की रासायनिक ऊर्जा पर निर्भर करते हैं। माइक्रोबायोलॉजिस्ट विलियम ब्रेज़लटन के अनुसार, यह इकोसिस्टम Enceladus और Europa जैसे चंद्रमाओं पर जीवन की संभावना का मॉडल हो सकता है, जहां बर्फ के नीचे समुद्र मौजूद हो सकते हैं।  

Deep-Sea Mining Threats: लॉस्ट सिटी के पर्यावरणीय खतरे

हालांकि लॉस्ट सिटी में मूल्यवान खनिज संसाधन नहीं हैं, लेकिन इसके आसपास के क्षेत्रों में deep-sea mining की संभावना है। मिड-अटलांटिक रिज क्षेत्र में polymetallic sulfides मौजूद हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में उपयोगी हैं। लेकिन ऐसी mining activities नाजुक इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती हैं। खनन से उत्पन्न sediment plumes और जहरीले रसायन आसपास के पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी गतिविधियां लॉस्ट सिटी के अनोखे जीवन रूपों को अपूरणीय क्षति पहुंचा सकती हैं।  

Lost City को UNESCO World Heritage Status मिलने वाला है 

पर्यावरणीय खतरों को देखते हुए, Convention on Biological Diversity ने लॉस्ट सिटी को Ecologically or Biologically Significant Marine Area (EBSA) के रूप में नामित किया है। इसके अतिरिक्त, UNESCO इस साइट को World Heritage status देने पर विचार कर रहा है, जिससे इसे खनन और अन्य हानिकारक गतिविधियों से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मिल सकती है। यह कदम जैव विविधता और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए लॉस्ट सिटी के महत्व को रेखांकित करता है।  
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