Court में Argument का मतलब क्या होता है? - basic questions of law

जब Criminal Case में Complainant Party (फरियादी पक्ष) और Accused Party (आरोपी पक्ष) अपने-अपने Evidence को Court के समक्ष प्रस्तुत कर देते हैं, और Magistrate को लगता है कि मामला सुनवाई योग्य है, तो वह दोनों पक्षों को Court में बुलाता है और Argument शुरू होता है। इस दौरान Prosecution (अभियोजन पक्ष) और Accused Party या उनका Advocate अपनी-अपनी दलीलें (Arguments) प्रस्तुत करते हैं। 

BNSS, 2023 की धारा 257: Argument की परिभाषा

जब Accused अपनी Defense या Personal Security के लिए Evidence प्रस्तुत करता है, तो Complainant Party का Advocate उन साक्ष्यों का Rebuttal (खंडन) करता है। Accused या उनका Advocate केवल इसका जवाब देने का हकदार होता है।
यदि Accused या उनके Advocate को कोई Legal Question पूछना हो, तो उन्हें Prosecution के समक्ष Magistrate की अनुमति से प्रश्न पूछने का अनुरोध करना होगा।

निष्कर्ष
Bhartiya Nagarik Suraksha Sanhita (BNSS), 2023 की धारा 257 के अंतर्गत यह स्पष्ट है कि Accused के Defense Evidence का Complainant Party के Advocate द्वारा Rebuttal करना ही Argument कहलाता है। यह प्रक्रिया Sessions Court में निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करती है। लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article. 

डिस्क्लेमर - यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।

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