DELHI-HARYANA के मौसम का पूर्वानुमान, पढ़िए झमाझम बारिश कब होगी - WEATHER FORECAST

डॉ चंद्र मोहन नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब राजकीय महाविद्यालय नारनौल ने बताया कि, अगस्त शुरूआत होते ही मानसून ज़बरदस्त तरीक़े से भारत में सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी में एक के बाद एक मज़बूत कम दबाव के क्षेत्र, और डिप्रेशन एक बार फिर से पश्चिमी भारत की तरफ़ रूख कर रहे हैं। हालांकि अभी भी इनका मुख्य प्रभाव हरियाणा एनसीआर दिल्ली के दक्षिणी राज्यों पर ही बना हुआ है। 

जुलाई के सेकंड हाफ में दिल्ली हरियाणा के आसमान से बदल गायब हो गए थे

अगस्त के शुरुआती दिनों में सम्पूर्ण मैदानी राज्यों पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई। इस साल राजस्थान में लगातार मौसम प्रणालियों के असर से मानसून में सक्रियता और तारतम्यता देखने को मिल रही है। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि हरियाणा एनसीआर दिल्ली में इस साल मानसून अपनें निर्धारित समय पर आगमन हुआ और जुलाई के पहले पखवाड़े में सामान्य प्रदर्शन किया जबकि जुलाई के दूसरे पखवाड़े में लगातार मौसम प्रणालियों के अभाव में मानसून सुस्त और कमजोर बना रहा और सम्पूर्ण इलाके में लगातार खंड बारिश ही देखने को मिलीं। जिसकी वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून बारिश के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिलीं। 

मानसून के बदले मध्य प्रदेश और राजस्थान होते हुए दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं

अगस्त महीने की शुरुआत से ही एक बार फिर से सम्पूर्ण हरियाणा, एनसीआर दिल्ली में मानसून में सक्रियता और तारतम्यता देखने को मिल रही है। वर्तमान परिदृश्य में लगातार बंगाल की खाड़ी में हलचलें शुरू हो गई है। इसी श्रृंखला में एक सशक्त मौसम प्रणाली डिप्रेशन के रूप में उत्तरी मध्यप्रदेश पर स्थित है, यह इतना सशक्त और शक्तिशाली है कि पूरे मध्यप्रदेश में रात से भारी बारिश से यहां बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गया है। इसके बाद यह राजस्थान पर अपने तेवरों को दिखाएंगा और यहां पर भी बाढ़ जैसे हालात देखने को मिलेंगे। 

भारत के आसमान में मानसून की लास्ट लोकेशन

वर्तमान समय में लगातार मानसून टर्फ हरियाणा, एनसीआर दिल्ली के दक्षिणी हिस्सों में राजस्थान पर बनीं हुईं हैं। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में लगातार केवल खंड बारिश ही देखने को मिल रही है। वर्तमान परिदृश्य में में मानसून टर्फ माध्य समुद्र तल पर दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान के ऊपर निम्म्र दाब क्षेत्र के केंद्र टोंक, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और डाल्टनगंज, बालासोर के ऊपर गहरे दबाव के केंद्र से होकर गुजरता है। फिर पूर्व-दक्षिण की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्व मध्य तक विस्तृत है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे दक्षिण पाकिस्तान पर एक निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है, तथा इससे संबद्ध चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। इसके अलावा पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित उपरोक्त निम्न दाब क्षेत्र से लेकर माध्य समुद्र तल से 0.9 और 4.5 किमी की ऊंचाई के मध्य पश्चिम असम तक टूफ विस्तृत है।दक्षिण गुजरात से लेकर केरल तटों तक माध्य समुद्र तल पर अपतटीय टूफ अवस्थित है। 

दिल्ली और हरियाणा में अच्छी वर्षा कब होगी, यहां पढ़िए

6 अगस्त को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी राजस्थान और दक्षिणी पंजाब पर एक चक्रवातीय सर्कुलेशन बनने से हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर एक बार फिर से मानसून टर्फ रेखा अपनी सामान्य स्थिति पर पहुंचने की सम्भावना बन रही है। जिसकी वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में 7-12 अगस्त के दौरान व्यापक स्तर पर मानसून गतिविधियों की संभावना बन रही है। उसके बाद 13 अगस्त से मानसून ब्रेक की स्थिति की भी सम्भावना बन रही है। 

साथ साथ 5-6 अगस्त के दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में खंड बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी। इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में बादल अपना डेरा जमा लेंगे और तेज गति से हवाएं चलने व गर्ज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश कुछ स्थानों पर तेज़ बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है। हालांकि इस मौसम प्रणाली का हरियाणा एनसीआर दिल्ली के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों पर अधिक असर देखने को मिलेगा परन्तु धीरे-धीरे सम्पूर्ण इलाके पर भी आंशिक असर की सम्भावना बन रही है। 

हरियाणा एनसीआर दिल्ली के मौसम का समाचार

इसलिए भारतीय मौसम विभाग ने इस दौरान सम्पूर्ण इलाके पर येलो अलर्ट जारी कर दिया है। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में सुबह से बादलों की आवाजाही बनी रही बीच-बीच में तेज़ चमकदार धूप खिली रहने से सम्पूर्ण इलाके में लगातार उमसभरी पसीने वाली चिपचिपी गर्मी से आमजन को रूबरू होना पड रहा है। 

आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ के दिन और रात के तापमान क्रमशः 33.0,26.0 डिग्री सेल्सियस और 34.3, 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जिला महेंद्रगढ़ में दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए और आमजन को उमस भरी पसीने वाली चिपचिपी गर्मी से रूबरू होना पड रहा है। 

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