लोकेश कुमार जांगिड़ IAS का संघर्ष खत्म, श्योपुर कलेक्टर का पद मिला - MP NEWS

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री लोकेश कुमार जांगिड़ का लंबा संघर्ष अब खत्म हो गया है। उनके मूल्य और सिद्धांत जीते या नहीं, यह तो पता नहीं लग पाया लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय से जारी हुए एक आदेश से यह जरूर पता चलता है कि श्री लोकेश कुमार रामचंद्र जांगिड़ 2014 बैच को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले श्योपुर कलेक्टर के पद पर पदस्थ किया गया है। श्री लोकेश कुमार का श्योपुर से बड़ा पुराना नाता है। 

3 साल पहले बड़ा पंगा हुआ था

लोकेश कुमार जांगिड़ आईएएस 3 साल पहले देश भर की मीडिया की सुर्खियों में आ गए थे। उस समय श्री जांगिड़ बड़वानी में प्रशिक्षण के लिए कलेक्टर के अधीन पदस्थ थे। उन्होंने अपने कलेक्टर एवं सीनियर आईएएस ऑफिसर श्री शिवराज वर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। एक व्हाट्सएप चैट भी वायरल हुई थी। शासन की ओर से उन्हें नोटिस दिया गया था। श्री जांगिड़ पर आरोप था कि उन्होंने अपने सीनियर के साथ हुई बातचीत को रिकॉर्ड किया है। 

श्री लोकेश कुमार जांगिड़ के बारे में कैबिनेट मंत्री का बयान

कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यदि प्रशासकीय अधिकारी अपने ट्रांसफर को पूर्वाग्रह से ग्रसित कदम मानेगा, तो वह अपने और पद दोनों के साथ न्याय नहीं करेगा। सारंग ने कहा- जांगिड को नोटिस जारी किया है। मंत्री सारंग ने कहा कि अनुशासनहीनता का अधिकार नहीं है। यदि ऐसा होगा, तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी अधिकारी द्वारा अपने सीनियर के साथ की हुई दूरभाष की बात को टैप करना गंभीर अपराध है। मंत्री सारंग ने कहा कि जिस प्रकार से उन्होंने चैट को सार्वजनिक किया है, यह एक अपराध है। उन्होंने संपूर्ण व्यवस्था को लेकर जो शुद्धता और शुचिता की अपेक्षा की थी, उसकी अवहेलना की गई है। सारंग ने कहा कि यदि कोई सोचता है कि वह व्यवस्था से बड़ा है, तो वह उसकी गलतफहमी है। व्यवस्था से बड़ा कोई नहीं हो सकता। जिस प्रकार से उन्होंने चैट को वायरल किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। 

लोकेश कुमार जांगिड़ को क्लीन चिट कब दी गई, शासन ने नहीं बताया

मध्य प्रदेश सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने नोटिस देने की जानकारी दी थी परंतु इसके बाद क्या हुआ और लोकेश कुमार जांगिड़ को क्लीन चिट कब दी गई, मध्य प्रदेश शासन की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। लेकिन कलेक्टर के पद पर पद स्थापना से यह माना जा सकता है कि ALL IS WELL है। 

लोकेश कुमार का श्योपुर से पुराना नाता है 

श्री लोकेश कुमार का श्योपुर से पुराना नाता है। यहां पर एसडीएम के पद पर काम भी कर चुके हैं और विवाद भी कर चुके हैं। यह बात MAY 2017 की है। विजयपुर में पोस्टिंग मिलने के बाद एसडीएम लोकेश कुमार जांगिड़ ने बिना कोई अनुमति लिए अपनी मर्जी से अतिक्रमण के नाम पर एक कस्बे की तोड़फोड कर दी। मामला जब विवादों में आया तो लोकेश छुट्टी पर निकल लिए। खबरें मीडिया की सुर्खियां बनीं तो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुईं। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आईएएस लोकेश कुमार ने 'जन समूह श्योपुर' नाम से बने वॉट्सएप ग्रुप पर लिख दिया कि (कुछ छापने से मुझे घंटा कुछ फर्क नहीं पड़ता, जिसको जो उखाड़ना है उखाड़ ले)। विवाद बढ़ा दो लोकेश कुमार छुट्टी पर चले गए थे। तत्कालीन श्योपुर कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल IAS ने SDM द्वारा वॉट्सएप पर लिखे कमेंट को गलत बताते हुए कहा है कि यह लोक सेवक की भाषा नहीं है। उन्होंने कहा कि विजयपुर SDM के अवकाश से लौटने पर उनका जवाब लिया जाएगा।

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