मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सन 1970 से संचालित, 50 साल पुरानी Manohar Dairy - Sweets in Bhopal के मालिक के नाम सेंट्रल जीएसटी ने समन जारी किया है। उनके खिलाफ इनपुट टैक्स क्रेडिट में गड़बड़ी का मामला चल रहा है। नियम के अनुसार उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है। इसके आधार पर कार्रवाई करने या नहीं करने का डिसीजन लिया जाएगा।
मनोहर डेयरी वालों के खातों में क्या गड़बड़ी मिली है
सरकारी सूत्रों का कहना है कि, जांच में अधिकारियों को शुरुआती संकेत मिले हैं कि प्रतिष्ठान के खातों में खरीदी, बिक्री आदि में कोई खास गड़बड़ी नहीं है लेकिन कई मामलों में अनियमित तरीके से आईटीसी जीएसटी क्रेडिट लेजर में इकट्ठा कर ली गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कई मामलों में जीरो या निल रेटेड टैक्स स्लैब होती है, इसमें आईटीसी रिवर्स करना होता है। कई मामलों में गलत आईटीसी ले ली जाती है जिसके लिए कंपनी पात्र नहीं है।
मनोहर डेयरी पर GST वालों ने 3 महीने तक नजर रखी
जांच में सामने आया कि ये सब क्रेडिट लेजर में इकट्ठा किया गया है जिसे बाद में टैक्स का पेमेंट भी किया जा सकता है। विभाग ने प्रतिष्ठान को जांच के आधार पर समन जारी किये हैं। सरकारी सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों ने गुपचुप तरीके से डेयरी के आउटलेट्स पर दशहरा-दीपावली समेत 3 महीनों तक नजर रखी। आंकलन के बाद सामने आया कि बिक्री की तुलना में टैक्स का अनुपात बिल्कुल सही नहीं दिख रहा।
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