Madhya Pradesh Board of Secondary Education Bhopal द्वारा आयोजित कक्षा 10 हाई स्कूल एवं कक्षा 12 हायर सेकेंडरी स्कूल की वार्षिक परीक्षाओं के पेपर की एडवांस बुकिंग शुरू हो गई है। पुलिस ने दो विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया है जो टेलीग्राम चैनल बनाकर 10वीं और 12वीं के पेपर उपलब्ध कराने का वादा करके एडवांस बुकिंग कर रहे थे।
दो लड़कों ने एमपी बोर्ड का टेलीग्राम चैनल बना लिया था
भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो छात्रों को गिरफ्तार किया है। आईने में से एक की उम्र 18 वर्ष, नाम धीरज खत्री, पिता का नाम राजेश खत्री निवासी उज्जैन है और दूसरा 18 वर्ष से कम आयु का छात्र है जो भोपाल का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि दोनों ने मिलकर एक टेलीग्राम चैनल बनाया था। इसकी डीपी पर माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश, भोपाल का LOGO लगाया था। इसके कारण लोग यह विश्वास करने लगे कि यह एमपी बोर्ड का अधिकृत टेलीग्राम चैनल है। इस प्रकार उन्होंने अपने सब्सक्राइबर की संख्या बढ़ा ली। इसके बाद छात्रों को आश्वासन दिया गया कि उन्हें वार्षिक परीक्षा से पहले, पेपर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके लिए कक्षा 10 के छात्र से 499 और कक्षा 12 के छात्र से 599 लिए गए। सभी पेमेंट UPI के माध्यम से लिए गए। बदले में सभी को सैंपल पेपर दे दिए गए थे।
दोनों छात्र गिरफ्तार लेकिन माफिया तक पहुंचना बाकी है
पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो साइबर क्राइम पुलिस भोपाल ने मामले की छानबीन की और अपराध की पुष्टि हो जाने के बाद टेलीग्राम चैनल के संचालक दोनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420 और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है। इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि, क्या केवल दोनों छात्रों ने अपनी निजीप्लानिंग के तहत टेलीग्राम चैनल शुरू किया था या फिर इसके पीछे कोई माफिया है।
यहां याद रखना आवश्यक होगा कि पिछले साल मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर कक्षा 10 हाई स्कूल एवं कक्षा 12 हायर सेकेंडरी स्कूल के पेपर लीक हुए थे। इस मामले में कई कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हुई थी। संदिग्ध कर्मचारियों और शिक्षकों को उनके पद से हटा दिया गया था। हालांकि तकनीक की मदद से नकल करवाने के मामले का पूरा खुलासा नहीं किया गया था।
- यह जानना भी जरूरी है कि क्या केवल दो ही विद्यार्थी ऐसा कर रहे हैं या कुछ और लोगों द्वारा भी इस प्रकार की अपराधिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
- प्रश्न उपस्थित होता है कि क्या इस बार माफिया ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
⇒ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें। यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।